माता चनन देवी आर्य कन्या गुरुकुल में सुभाष चंद्र बोस जयंती 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाई गई
साइबर अपराध जागरूकता और दूरसंचार जागरूकता पर भी चर्चा
माता चनन देवी आर्य कन्या गुरुकुल में सुभाष चंद्र बोस जयंती 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाई गई
साइबर अपराध जागरूकता और दूरसंचार जागरूकता पर भी चर्चा
साइबर अपराध जागरूकता और दूरसंचार जागरूकता पर भी चर्चा
Jan 24, 2025, 10:25 IST
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के तौर पर अन्ना टीम जींद के संयोजक और ट्राई (दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) की राष्ट्रीय समिति सदस्य हितेश हिन्दुस्तानी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन और उनके साहसी निर्णयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नेताजी का जीवन हमें सिखाता है कि किसी भी चुनौती से डरने की आवश्यकता नहीं है। आज की डिजिटल दुनिया में हमें विशेष रूप से साइबर अपराध और अन्य चुनौतियों का सामना करने के लिए साहस और सजगता की जरूरत है।
हितेश हिंदुस्तानी ने विशेष रूप से साइबर अपराध के खतरों पर जोर देते हुए कहा कि आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति को इस नए प्रकार के अपराधों से सचेत रहना चाहिए। उन्होंने फिशिंग, पहचान चोरी, और बैंक धोखाधड़ी जैसे आॅनलाइन खतरों से बचने के उपाय सुझाए और विद्यार्थियों को मजबूत पासवर्ड, दो-स्तरीय प्रमाणीकरण व व्यक्तिगत जानकारी को आॅनलाइन साझा करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी। हितेश हिंदुस्तानी ने दूरसंचार जागरूकता पर भी जोर देते हुए कहा कि मोबाइल फोन और इंटरनेट का बढ़ता उपयोग समाज में आवश्यक है, लेकिन इसके साथ ही इनका सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग करना और भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों को स्मार्ट यूजर बनने के लिए प्रेरित किया, जो अपने मोबाइल और इंटरनेट का सही उपयोग करें और आॅनलाइन धोखाधड़ी से बचें। उन्होंने कहा कि दूरसंचार और इंटरनेट का सही उपयोग हमें न केवल सुविधाएं देता है, बल्कि यह हमारी सुरक्षा का माध्यम भी है, बशर्ते हम इसका सही ढंग से उपयोग करें। उन्होंने उपस्थित लोगों को ट्राई द्वारा जारी सुरक्षा गाइडलाइनों की जानकारी दी, जिससे वे अपने अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में अधिक जागरूक हो सकें।
सामाजिक कार्यकर्ता मंजू मानव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के महान जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि उनका जीवन साहस, सेवा, और निष्ठा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि नेताजी का जीवन हमें यह सिखाता है कि राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा करना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है और आज हमें उनके आदर्शों का पालन करके देश को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए।