नप ने चेतावनी बोर्ड लगाया, नहीं कर रही कार्रवाई,हिसार रोड पर रिहायशी कॉलोनी में अवैध रूप से बन रहीं दुकानें

sirsa news:शहर के हिसार रोड स्थित रिहायशी कॉलोनी में गुपचुप तरीके से व्यवसायिक (दुकानों के लिए) प्लॉट काट दिए गए। शिकायत के बाद जांच में खुलासा भी हो गया लेकिन नगर परिषद प्रशासन कार्रवाई करना ही भूल गया। केवल चेतावनी बोर्ड लगाकर छोड़ दिए गए। एफआईआर और निर्माण ढहाने की सिफारिश के बाद भी कार्रवाई का इंतजार है। मामला शहर के हिसार रोड स्थित नहर कॉलोनी के सामने (खना कॉलोनी एरिया) का है।
नियम है कि यदि किसी प्लॉट की रजिस्ट्री होगी तो बताना पड़ेगा कि प्लॉट का प्रयोग कृषि के लिए प्रयोग किया जाएगा या रिहायश के लिए, या फिर व्यवसायिक प्रयोग के लिए। क्योंकि तीनों कैटेगरी में अलग-अलग सरकारी फीस होगी और प्रशासन से अनुमति भी लेनी होगी। हिसार रोड पर नहर कॉलोनी (सिंचाई विभाग का कार्यालय) के सामने खन्ना कॉलोनी का रिहायशी इलाका है। सूत्र बताते हैं कि यहां गुपचुप तरीके से प्लॉट की रजिस्ट्रियां करवाई गई। एक व्यक्ति योगेश मुदगिल ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन को कर दी। आरोप लगाए गए कि व्यवसायिक प्लॉट काटे गए हैं जबकि रिहायशी एरिया है। इस कारण प्रशासन को भी स्टांप ड्यूटी के रूप में फीस (राजस्व) का नुकसान हुआ है।
जांच में खुलासा : एनडीसी के समय नियमों की हुई अवहेलना, कार्रवाई की अनुशंसा
शिकायत के आधार पर जांच की गई। जिला राजस्व अधिकारी ने जांच की तो उन्होंने विभिन्न अधिकारियों और शिकायतकर्ता के भी पक्ष लिए। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि रजिस्ट्री के समय जानबूझकर कानून की अवहेलना की गई है। नगर परिषद कार्यालय की ओर से एनडीसी जारी की गई है। व्यवसायिक कार्य के लिए विकसित किया जा रहा है लेकिन इसके लिए लाइसेंस और सीएलयू लिया जाना जरूरी था, लेकिन नहीं लिया गया है। रिपोर्ट में लिखा है कि नगर परिषद की ओर से एनडीसी जारी की गई है वह असंवैधानिक और अनुचित है। इसलिए अनुशंसा की कि अवैध निर्माण को ध्वस्त करवाए और एफआईआर भी करवाई जानी चाहिए। लेकिन इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की गई है।
नहीं बना सकते कमर्शियल भवन
नगर परिषद की ओर से उक्त जमीन के आसपास चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। इन पर लिखा है कि यहां किसी भी प्रकार का कमर्शियल भवनों का निर्माण करना सख्त मना है। यदि किसी ने कमर्शियल भवन का निर्माण किया तो उसे नगर परिषद, सिरसा के आदेशों की अवहेलना मानकर तोड़ा जा सकता है। लेकिन खास बात ये है कि ये चेतावनी बोर्ड लगाकर प्रशासन भूल गया है।