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देश में यातायात सुविधा को सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने  किया एक्सप्रेसवे का निर्माण, 80,000 करोड रुपए की आएगी लागत।

देश में यातायात सुविधा को सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने  किया एक्सप्रेसवे का निर्माण, 80,000 करोड रुपए की आएगी लागत।
 

देश में यातायात सुविधा को सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने एक से बढ़कर एक हाईवे प्रोजेक्ट पर कार्य किया है इन्हें के साथ देश के चार राज्यों को जोड़ने के लिए 80,000 करोड रुपए की लागत से एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है इस एक्सप्रेसवे को 2025 तक खोलने की संभावना बताई जा रही है इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से 20 घंटे का सफर 10 घंटे में तय किया जा सकेगा।


देश में केंद्र सरकार भारतमाला परियोजना के तहत देश के कोने-कोने को जोड़ने के लिए हाईवे और सड़कों का निर्माण कर रही है इसमें कुछ एक्सप्रेसवे बनाकर वाहनों के लिए खोल दिया गया है वहीं कुछ प्रत्यय जैसे काम चल रहा है कुछ मार्गों की लंबाई तो बहुत लंबी है वहीं कुछ की लंबाई छोटी है जिसमें देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे दिल्ली- मुंबई है वहीं दूसरे नंबर पर अमृतसर -जामनगर एक्सप्रेसवे  है इस एक्सप्रेसवे का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है जिसे 2025 तक बनकर पूरा कर देने की संभावना है अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे देश के चार सबसे बड़े राज्यों को एक साथ कनेक्ट करेगा इस एक्सप्रेस के माध्यम से राजस्थान ,पंजाब, हरियाणा और गुजरात आपस में कनेक्टिविटी होगी इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 1,257 किलोमीटर है इस एक्सप्रेसवे को बन कर तैयार होने के बाद 20 घंटे का सफर आप आधे समय में पूरा कर सकेंगे।

भारत परियोजना के माध्यम  1,224 किलोमीटर इस एक्सचेंज पट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को 4 से 6 दिन में तैयार किया जा रहा है इस हाईवे का किलोमीटर ग्रीन फील्ड लिनीमेंट पर निश्चित है जबकि शेष नेशनल हाईवे कॉर्पोरेट पर बनाया जाएगा सन 2019 में शुरू हुए निर्माण को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है खासकर सड़क हादसे को रोकने के लिए एक्सप्रेसवे  पर एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी लगाया जा रहा है वर्तमान गाइड लाइनमैन की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है प्रत्येक किलोमीटर की दूरी पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स सिस्टम लगाया जाएगा जिसमें कॉल करते ही एंबुलेंस और पट्रोल आदि आपकी लोकेशन पर आसानी से पहुंच जाएंगे।

इस एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि अमृतसर- जामनगर के बीच की दूरी 1,430 किलोमीटर से घटाकर 1,257 किलोमीटर है जिसमें 26 घंटे का सफर आप तेरह घंटे में पूरा कर पाएंगे ऐसे दिल्ली - कटरा एक्सप्रेस से भी कनेक्ट किया जाएगा यह राज्य के हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालौर जिले से होकर जामनगर और उधर पंजाब की ओर बनेगा अगर शहरों की बात करें तो बठिंडा ,चौटाला रासीसर ,देवगढ़ ,सांचौर ,छतरपुर और मालिया शहर को आपस में जोड़ेगा।

1,257 किलोमीटर अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे परियोजना पर कुल खर्च 80,000करोड़ आएगा इसको 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य लेकर चला है इस एक्सप्रेसवे के बनने से गुजरात से अमृतसर का सफर सरल हो जाएगा इसके अतिरिक्त एक्सप्रेसवे के किनारे उद्योग धंधे भी लगाए जाएंगे जिसमें लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और साथ ही एक्सप्रेसवे के किनारे बड़ी संख्या में ढाबे और रेस्टोरेंट भी खोले जाएंगे जिससे यात्रियों को आसानी से भोजन की व्यवस्था हो सके।