किसानों को दिया मशरूम उत्पादन व खाद तैयार करने का दिया प्रशिक्षण
कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से मशरूम उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। पांच दिवसीय शिविर के अंतिम दिन किसानों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कैंप में 40 किसानों ने भाग लिया। शिविर के दौरान मशरूम उत्पादन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए और किसानों ने गांव वैदवाला स्थित मशरूम उत्पादन इकाई का भ्रमण किया।
बटन मशरूम के लिए खाद तैयार करने की विधि के बारे में उन्हें विस्तार से बताया गया। हरियाणा के शीर्ष मशरूम उत्पादक किसानों ने अभ्यर्थियों से अपने अनुभव साझा किए और खेती की बारीकियों के बारे में जानकारी दी। ट्रेनिंग समापन समारोह में प्रशिक्षण संयोजक डॉ. विनीता राजपूत ने कहा कि मशरूम की खेती जमीन रहित किसानों के लिए वरदान है। इसे कम लागत से शुरू कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।
पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम को अपने दैनिक भोजन में शामिल करना चाहिए। किसानों के भरसक प्रयासों के कारण आज मशरूम उत्पादन में हरियाणा प्रदेश की गिनती शीर्ष उत्पादक राज्यों में होती है। उन्होंने किसानों को समूह बना कर खेती और मार्केटिंग करने की सलाह भी दी। उन्होंने किसानों को बटन मशरूम के साथ ढींगरी मशरूम उत्पादन के लिए भी प्रेरित किया।