सरकार ने प्याज के रेट में राहत दिलाने के लिए उठाया यह कदम,कितने रुपए किलो बिकेगा प्याज जानिए।
प्याज की कीमत में उछाल आने से सभी परेशान हैं सरकार ऐसा काम करने जा रही है जिसे प्याज की कीमत कम होने की उम्मीद बताई जा रही है सरकार ने पिछले दिनों प्याज के ऊपर से निर्यात शुल्क हटाया है इसके बाद खुदरा बाजार में इनकी कीमत में तेजी देखी जा रही है दिल्ली एनसीआर में प्याज खुदरा बाजार में 70 से 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है लेकिन अब बढी हुई कीमत पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने थोक मार्केट में बफर स्टॉक से बिक्री बढ़ाकर प्याज की कीमत पर लगाम लगाने की कोशिश की है।
सब्सिडी वाले प्याज की रिटेल बिक्री होंगी देश भर में।
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बताया है कि केंद्र ने दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों के थोक बाजारों में अपने बफर स्टॉक से प्याज निकालना आरंभ कर दिया है सरकार की योजना देश भर में सब्सिडी वाली प्याज की डिटेल बिक्री करने की है खरीब का निर्यात शुल्क हटाने के बाद हमें कीमतों में उछाल का अनुमान था हमारे 4.7 लाख ठन के बंपर स्टॉक और खरीब की बुवाई के बड़े हुए रखने के साथ हमें आशा है कि प्याज की कीमत नियंत्रण में रहेगी सरकार देशभर में ₹35 प्रति किलो की दर पर प्याज की बिक्री बढ़ाने की योजना बना रहा है इसमें उन शहरों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है जाकर उनके रेट औसत से अधिक है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 26 सितंबर को दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 55 रुपए किलो थी जो 1 साल पहले ₹38 रुपए प्रति किलो बिक्री थी मुंबई और चेन्नई में कीमते 58 रुपए 60 रुपए किलो तक पहुंच गई है सरकार दिल्ली और अन्य राज्यों की राजधानी में मोबाइल वैन और एचसीसीएफ वह ने फ्रेंड की दुकानों के जरिए 5 सितंबर से ₹35 प्रति किलो की दर से प्याज बेच रहा है खरीब प्याज की फसल से काफी उम्मीदें हैं इसके लिए उन्होंने पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा रकबे का हवाला दिया है।
उन्होंने बताया है की आवक अगले महीने शुरू होगी और हमें उत्पादन संबंधी कोई चिंता नहीं देखे सचिव ने अन्य वस्तुओं की कीमतों पर भी बात की खाद्य तेलों के बारे में उन्होंने हाल ही में आयात शुल्क वृद्धि के बाद कीमत में बढ़ोतरी की बात को स्वीकार किया और बताया कि यह कदम घरेलू किसानों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है टमाटर के बारे में खरे ने बताया है की सरकार रूझानों पर नजर रखेगी और जरूरत पड़ने पर हस्ताक्षर करेगी घरेलू अरहर और उड़द उत्पादन के अच्छे रहने और दालों के आयात में वृद्धि के साथ खरें को आने वाले महीना में दालों की कीमत में शीर्षाक्त की उम्मीद है सरकार ने 10 दिन पहले प्याज पर 555डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य हटा दिया था जबकि कच्चे आम तेल परायायक सिर्फ बढ़कर 20% और फ्री कृषि सूरजमुखी तेल पर 32.5% कर दिया था जिसका उद्देश्य घरेलू तिलहन किसानों को समर्थन देना है।