कक्षा छठी से बारहवीं की परीक्षा स्कूलों को डेटशीट प्रश्नपत्र तैयार करवाकर खुद लेनी होगी परीक्षा ,शिक्षा निदेशालय ने दिए आदेश
शिक्षा निदेशालय से पहले प्रश्न पत्र भेजे जाने थे। अब निदेशालय ने इसमें बदलाव किया है। अब स्कूली स्तर पर पेपर व डेटशीट तैयार करने के आदेश जारी हुए हैं।
तर्क दिया कि स्कूल स्तर पर ही तैयार पेपर से शिक्षा का सही मूल्यांकन किया जा सकता है। डीईईओ ने कहा कि निदेशालय के निर्देशों के अनुसार बच्चों की परीक्षा ली जाएगी। स्कूली स्तर पर डेटशीट व पेपर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। अब स्कूलों को अपने स्तर पर परीक्षाएं लेने को कहा है।
विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को जांचने के लिए विभाग द्वारा 10 दिसंबर से कक्षा छठी से बारहवीं की परीक्षाएं लिया जाना प्रस्तावित है। प्रश्न पत्र तैयार न होने के चलते फैसला बदला गया है। कक्षा छह, 7वीं, 8वीं, 9वीं, 10वीं, 11 वीं, 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। शिक्षक महेंद्र सिंह कलेर, अन्य का कहना है कि सेट को लेकर हर बार दुविधा रहती है। पहले निदेशालय से पेपर सामग्री भेजी गई थी, पर्याप्त नहीं थी। स्कूलों में परीक्षा के दिन पेपर वहीं फोटो स्टेट करवा गए, फिर परीक्षा ली गई।
शिक्षा निदेशालय के निर्देश से स्कूल प्रशासन असमंजस में हैं। शिक्षकों ने कहा कि वार्षिक परीक्षाएं कुछ समय बाद होनी हैं। इन परीक्षाओं का मकसद ये ही था कि जो कमियां हैं, उन्हें दूर किया जा सके, विभाग ने स्कूलों को सेट के प्रश्न पत्र तैयार करने में उलझा दिया है। ऐसे में शिक्षक कब प्रश्न पत्र तैयार करेंगे व कब छपवाई करवाकर परीक्षा ली जाएगी।
फैसला बदल जाने से अव्यवस्था पनप गई
शिक्षकों के अनुसार शिक्षा विभाग निदेशालय सेट को लेकर 3 बार फैसला बदल दिया है। अब अचानक फैसला बदला है। इससे अव्यवस्था की स्थित हो रही है। सेट के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही रह जाएगी। विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर का पता नहीं चल पाएगा। बजट पर भी असर पड़ेगा। ऐसे में विभाग को खुद ही डेटशीट तय करके और प्रश्न पत्र जारी करने चाहिए।