Haryana Politics: सुरजेवाला-शैलजा नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव! क्या हुड्डा के लिए रास्ता हुआ साफ? जाने
Haryana Vidhan Sabha Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चूका है। सभी राजनितिक पार्टियां विधान सभा चुनावों की तैयारियों में जुट चुकी हैं। हरियाणा में 1 अक्टूबर को विधान सभा चुनाव होने हैं। अभी तक BJP और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम जारी नहीं किए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि, BJP आज उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है, BJP ने 55 नाम फाइनल कर दिए हैं।
एक तरफ बीजेपी हरियाणा में हैटट्रिक लगाने की तैयारियां कर रही हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस हरियाणा में सत्ता में आना चाहती है। लेकिन कांग्रेस की आपसी गुटबाजी को लेकर ऐसा होना थोड़ा मुश्किल दिख रहा है।
ये जो पब्लिक है सब जानती है...
जो भीं कांग्रेस की बैठकें हो रही हैं उनमें से पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला की एकसाथ तस्वीरें सामने आ रही हैं। हरियाणा की जनता को ऐसा संदेश देना चाहते हैं कि सभी एक साथ हैं। लेकिन इन सभी के बयानबाजी को सुनकर ऐसा नहीं लगता।
सांसद नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव:
सांसद कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला हरियाणा में विधान सभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर चुके थे। पूर्व सीएम हुड्डा ने इसका विरोध किया था। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने बताया की विधान सभा चुनाव में किसी भी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं दिया जाएगा।
हुड्डा के लिए रास्ता हुआ साफ?
हरियाणा कांग्रेस प्रभारी के एलान के बाद अब ये सवाल उठने लग गया है कि क्या कांग्रेस भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए रास्ता साफ कर रही है? इस समय हरियाणा में कांग्रेस के दो गुट हैं। पहला पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा का और दूसरा गुट कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला का। अगर कांग्रेस ने ऐसा एलान किया है कि किसी भी मौजूदा सांसद को विधान सभा टिकट नहीं िंलेगा तो ऐसे में हुड्डा का रास्ता साफ होता दिख रहा है। बता दें कि कुमार शैलजा सिरसा लोकसभा सीट से सांसद हैं और रणदीप सुरजेवाला राज्यसभा सांसद हैं।
CM की दावेदारी पड़ी कमजोर:
कुमारी शैलजा को ये पता है कि अगर विधायक ही नहीं रहे तो हरियाणा में मुख्यमंत्री के लिए दावेदारी कमजोर हो जाएगी। इसीलिए कुमारी शैलजा विधान सभा चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर कर चुकी थीं। लेकिन अब कुमारी शैलजा अपना पूरा जोर लगाएंगी कि ज्यादा से ज्यादा टिकट उनके गुट के चेहरों को मिल सके, जिससे उनकी दावेदारी कमजोर न पड़े।
CM चेहरे का एलान नहीं:
कांग्रेस हरियाणा में मुख्यमंत्री के चेहरे का एलान नहीं कर रही हैं। कांग्रेस को पता है अगर ऐसा किया तो आपसी गुटबाजी से आने वाले विधान सभा चुनावों में कांग्रेस को भारी नुक्सान हो सकता है।
एक तरफ भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाट नेता है और दो बार सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। दूसरी तरफ कुमारी शैलजा हरियाणा में कांग्रेस का सबसे बड़ा दलित चेहरा हैं। अब देखना ये होगा कि कांग्रेस जब टिकट बाटेंगी तो हुड्डा गुट को कितने और शैलजा गुट को कितने टिकट मिलते हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा टिकट वितरण के बाद हरियाणा कांग्रेस और सूबे की राजनीति में क्या समीकरण बैठते हैं।