आधा एकड़ जमीन पर शुरू की गुलाब की खेती; अब गुलाब जल, रोज शॉप, हेयर ऑयल और गुलकंद तैयार कर बाजार में बेच रहे
हिंदवान गांव में किसान राजेश कुमार 8 साल से गुलाब के फूलों की फार्मिंग कर रहे हैं। गुलाब की फार्मिंग को बढ़ावा देने पर राजेश को हाल ही में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल में आयोजित नेशनल कांफ्रेंस में कार्यक्रम में रोज पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। उन्होंने 2015 में आधा एकड़ में गुलाब की खेती शुरू की थी।
इससे पहले हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के एबिक सेंटर से गुलाब के प्रोडेक्ट तैयार करने की ट्रेनिंग भी ली। राजेश ने बताया कि पहले वह फैक्ट्री में सिक्योरिटी का काम करता था, यहां लगे गुलाब के पौधे देखकर उसको गुलाब की खेती करने का विचार आया। आधा एकड़ में खेती आरंभ की तो सीजन में प्रतिदिन 10 किलोग्राम फूल मिलने लगे। इनको बेचने में दिक्कत आई तो गुलाब जल तैयार करने लगे।
वह अब गुलाब से गुलाब जल, रोज शॉप, हेयर ऑयल, गुलकंद जैसे प्रोडेक्ट तैयार कर रहे हैं। इनकी मार्केटिंग के लिए प्रेरणा फ्लॉवर्स के नाम से कंपनी भी रजिस्टर्ड करवा ली है। चंडीगढ़ जैसे शहर में भी कई परिवार हैं जो उनका प्रोडेक्ट नियमित रूप से ऑनलाइन मंगवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुलाब की खेती के लिए अगस्त व सितंबर का महीना पौधा लगाने के लिए उपयुक्त होता है। यह पौधा 10 माह तक फूल देता है।