अब एक क्लिक पर केंद्र की स्कीम्स का हाल, शिकायत भी दर्ज हो सकेगी

केंद्र सरकार की योजनाओं की प्रगति किस स्तर तक पहुंची है, यह अब आम जन कहीं से भी और किसी भी वक्त जान सकेंगे। सरकार इसके लिए एक वेबसाइट जारी करने की तैयारी में है। इसमें केंद्र सरकार के हर विभाग के काम का रीयल टाइम लेखा-जोखा रहेगा। सबसे खास बात है कि लोग अपनी शिकायत भी इस वेबसाइट पर दर्ज कर सकेंगे। पारदर्शिता और काम में जिम्मेदारी तय करने के लिहाज से यह एक बड़ा कदम होगा क्योंकि, इसमें लीकेज और गड़बड़ी का पता लाभार्थियों और आम लोगों को लग सकेगा। सूत्रों के अनुसार इस वेब साइट का अभी ट्रायल चल रहा है। तीन महीने में इसके शुरू होने की उम्मीद है। वेबसाइट की सटीकता अभी 89% तक है। अपग्रेडेशन के बाद सटीकता शत- प्रतिशत हो जाएगी।
किस लाभार्थी को लाभ मिला, ये भी पता चलेगा
वेबसाइट की जरूरत इसलिए महसूस की गई क्योंकि 5 किलो फ्री राशन, उज्ज्वला, पीएम आवास और किसान सम्मान निधि में कई बार अनियमितताएं सामने आती हैं। पात्र को लाभ नहीं मिल पाता है। लेकिन गड़बड़ी की शिकायत सही तरीके से नहीं हो पाती है। इसे दूर करने के लिए और डिलीवरी व्यवस्था में पूर्ण पारदर्शिता लाने के लिए रीयल टाइम एक्ससेस और चेक के लिए एक डेडिकेटेड वेब साइट की जरूरत है।
अभी मंत्रालय की साइट पर पूरी जानकारी मिलती है लेकिन लास्ट पॉइंट की जानकारी नहीं मिलती। नई वेबसाइट से माइक्रो स्तर पर जानकारी उपलब्ध होगी। जैसे अमुक क्षेत्र के किस लाभार्थी को लाभ मिला अथवा नहीं।
* आम लोगों से परोक्ष रूप से जुड़े प्रोजेक्ट का ब्योरा भी वेबसाइट पर होगा। जैसे इन्फ्रा प्रोजेक्ट का मूल प्रस्ताव, लागत, काम पूरा होने की तिथि, भूअधिग्रहण और मुआवजा जैसी तमाम बातें साइट पर होगी।
अभी पीएमओ से मंजूरी के बाद मंत्रालय ब्योरा डालता है
अभी कैबिनेट से पारित प्रोजेक्ट का शेड्यूल होता है। मंत्रालय प्रोजेक्ट का मासिक अपडेट पीएमओ को भेजते हैं। पीएमओ इसकी समीक्षा कर मंत्रालय को वापस भेजता है। फिर काम की प्रगति में यदि सुधार की जरूरत या कोई दिक्कत है, तो उसे दूर करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं इसका नोट भेजा जाता है। फिर काम होने पर डेटा पीएमओ को भेजते हैं। वहां से मंजूरी के बाद संबंधित मंत्रालय अपनी साइट पर ब्योरा डालता है।