हरियाणा में अत्यधिक ओलावृष्टि से टमाटर ,गोभी ,सरसों ,गेहूं, चने की 4 हजार एकड़ फसल में 70% से भी अधिक नुकसान
27 तारीख शुक्रवार को दोपहर बाद सिरसा जिले के 15 गांवों में हुई ओलावृष्टि से जहां हजारों एकड़ गेहूं की फसल खराब हो चुकी है वहीं सरसों, आलू, किनू, टमाटर व गोभी की 4 हजार एकड़ से अधिक फसल में भारी नुकसान देखने को मिला है। ओलावृष्टि से सबसे अधिक नुकसान सरसों, चना की फसल में हुआ है, जबकि गेहूं की फसल सबसे अधिक प्रभावित हुई है। अधिक ओलावृष्टि के कारण गेहूं का ऊपरी हिस्सा टूट चुका है जिससे बढ़वार कुछ समय के लिए रुक गई । जिले के गांव धांगड़, बेगू, केलनिया, बीघड़, सालमखेड़ा, बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही, भिरडाना, बिसला, बरसीन, माजरा, ढाणी माजरा, झलनियां, जांडली खुर्द में करीब साढ़े 3750 एकड़ में सरसों की फसल में 50 से 80 फीसदी तक नुकसान देखने को मिल रहा है. जबकि किनू, आलू, गोभी, टमाटर की 200 से अधिक एकड़ में 30 से 50 फीसदी तक नुकसान हो चुका है।
किन्नू की फसल
इस समय पक कर तैयार है ऐसे में जिन फलों के सीधा ओला लगा है वे अगले 3 दिन में खराब होने शुरू हो जाएंगे। जिस फल को सीधा उड़ा लगा है वह अब किसी काम का नहीं रहा , प्रभावित गांवों के किसानों ने सरकार से खराबे की जल्द स्पेशल गिरदावरी करवाकर उन्हें उचित मुआवजा देने की मांग की है। जिले में शनिवार को भी मौसम परिवर्तनशील रहा तथा बादल छाए रहे। पूरा दिन 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवा चलती रही, जिसके कारण ठिठुरन रही। हालांकि शनिवार को जिले में कहीं भी बरसात नहीं हुई जबकि शुक्रवार को दिनभर के बाद देर रात को भी जिले के गई गांवों में हल्की से मध्यम बरसात हुई थी। और कहीं जगह ओलावृष्टि हुई शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 17 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया।
पत्रकार वार्ता में क्या बोले प्रभावित किसान
गांव भिरडाना के किसान चंद्र गेरा, प्रेम बिश्नोई, सीताराम डेलू, धांगड़ के कल्याण सिंह, अनिल, राजेंद्र, सालमखेड़ा के जिंदर आदि ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण सरसों व आलू की फसल में भारी नुकसान हो गया है, आलू की फसल से पानी निकाल रहे हैं, सरसों की फसल अब रिकवरी नहीं कर पाएगी इसलिए सरकार ओलावृष्टि से हुए खराबे की तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाकर प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दे ताकि नुकसान की भरपाई हो सके।
हरियाणा मौसम पूर्वानुमान
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि एवं मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष मदनलाल खिचड़ ने बताया कि क्षेत्र में 3 जनवरी तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है।
इस समय उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं हल्की गति से चलने से दिन व रात्रि तापमान में गिरावट आने वाली है। इस समय कुछ एक क्षेत्रों में अलसुबह धुंध रहने की संभावना है।