मोदी कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को दी मंजूरी ,जाने क्या है वन नेशन वन इलेक्शन
ONE NATION-ONE ELECTION:मोदी केबिनेट मीटिंग में आज वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है जिससे पूरे देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने का रास्ता साफ हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार यह फैसला लिया गया है। वन नेशन वन इलेक्शन व्यवस्था लागू होने से देश में क्या बदलने वाला है और क्या लाभ होंगे पढ़िए ऐसे ही सवालों के जवाब इस आर्टिकल से।
मोदी कैबिनेट ने आज वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है अब देश की 543 लोकसभा सीट और सभी राज्यों की कुल 4130 विधानसभा सीटों पर एक साथ चुनाव कराने की राह साफ हो गई है। वन नेशन वन इलेक्शन कराने पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के बाद प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट में आज मंजूरी दे दी गई है।
1. 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि देश में हर 6 माह में कहीं ने कहीं चुनाव हो रहे हैं ऐसे में देश को आगे ले जाने के लिए वन नेशन वन इलेक्शन को लागू करना आवश्यक है।
2. मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने के पश्चात गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि हमारी योजना इस सरकार के कार्यकाल के समय में वन नेशन वन इलेक्शन को लागू करने की है इसको लेकर इस टाइम तैयारी चल रही है।
3. वन नेशन वन इलेक्शन क्या है।
एक देश एक चुनाओ का मतलब है कि पूरे भारत देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होंगे ऐसा समझिए देश की सभी 543 लोकसभा सीटों और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 4130 विधानसभा सीटों पर एक साथ चुनाव होंगे वोटर सांसद और विधायक चुनने के लिए एक ही दिन एक ही समय पर अपना वोट करेंगे।
4. अब मौजूदा चुनाव की क्या है व्यवस्था.... देश में अभी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय पर हो रहे हैं.