किसान कैसे करें काली गाजर की खेती किसानों को कितना होता है मुनाफा जानिए पूरी जानकारी।

आज हम आपके लिए ऐसा फल लेकर आए हैं जो फल होने के साथ-साथ बहुत ही अधिक फायदेमंद भी है यह फल सिर्फ साल में एक ही बार मिलता है और साल में सिर्फ दो महीने ही मिलता है यह फल हर बीमारियों को दूर करता है इस फल के फायदे कही जाता है और इस फल के बढ़ती मांग की वजह से इनकी कीमत भी बढ़ती जा रही है और मार्केट में इस फल की डिमांड बहुत ज्यादा है।
काली गाजर की खेती।
काली गाजर की खेती करने के लिए सबसे पहले आपको गाजर की संपूर्ण जानकारी लेना जरूरी है क्योंकि जब तक आपको काली गाजर की खेती के बारे में पता नहीं होगा तब तक आप काली गाजर की खेती नहीं कर सकते काली गाजर की खेती करने के लिए उसके छोटे-छोटे बीज मिलते हैं जो कि आपको बीज भंडार में बहुत ही आसानी से मिल जाएंगे और काली गाजर की खेती कंदों के द्वारा की जाती है पर काली गाजर की खेती जो कंदों के द्वारा की जाती है.
कंदों को लगाने से पहले खेतों को तैयार किया जाता है खेतों में गोबर की खाद डालकर खेतों को उपजाऊ बनाया जाता है इनके बाद कंदों को एक-एक मीटर की दूरी पर लगा दिया जाता है काली गाजर की फसल बीज बोने के बाद 80 से 90 दिन में पैदावार देने के लिए तैयार हो जाती है इसकी खेती से प्रति हेक्टर 8 से 10 टन तक उत्पादक किसानों को मिल सकता है.
लाल गाजर के मुकाबले मार्केट में काली गाजर का भाव काफी अच्छा रहता है काली गाजर एक मूल जड़ वाली सब्जी जिसे पूरे भारत में सर्दियों के मौसम में उगाया जाता है विटामिन और पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा के कारण काली गाजर को सर्दियों का सुपर फूड कहा जाता है काली गाजर की खेती हरियाणा पंजाब सहित कई राज्यों में किस करते हैं काली गाजर के खेती अगर किसान एक हेक्टर में करता है तो भी उसे 4 से 5 लाख रुपए तक की आमदनी होती है।
इस खेती से किसान को अधिक मुनाफा होता है .
काली गाजर बाजार में बहुत ही कम देखने को मिलती है अगर इसकी कीमत की बात करें तो इसकी कीमत 150 से 190 रुपए किलो है खेती की तो अगर आप इस फल की खेती करते हैं तो आपको काफी मुनाफा मिलेगा आप इस खेती से एक दो एकड़ में लाखों का मुनाफा मिलेगा जैसे कि आपको बता दे कि अगर आपके पास एक एकड़ से दो एकड़ तक की जमीन है तो इसमें आप आराम से खेती कर सकते हैं 1 से 2 एकड़ में आपको तकरीबन 4 से 5 लाख का मुनाफा देखने को मिलेगा ।