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EPFO के नए नियम, क्या नौकरी के साथ मिलेगी पेंशन जानिए।

EPFO के नए नियम, क्या नौकरी के साथ मिलेगी पेंशन जानिए।
 
EPFOs new rules

EPFO:ईपीएफओ नियम सेवानिवृत्ति के बाद मोटा फंड जमा हो सके इसके लिए ईपीएफओ काफी अच्छी योजना है इस योजना में जहां रिटायरमेंट के बाद एक मुस्त राशि मिलती है तो दूसरी तरफ पेंशन का लाभ भी दिया जाता है ऐसे में कई ईपीएफओ मेंबर्स के मन में यह सवाल उठता है कि क्या EPS में नौकरी के साथ-साथ पेंशन का लाभ भी मिल सकता है।


सेवानिवृत्ति के बाद फंड और पेंशन का लाभ कर्मचारी पेंशन योजना में मिलता है इस योजना का संचालन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा किया गया है EPS स्कीम में कर्मचारि हर महीने अपनी सैलरी का फिक्स अमाउंट जमा करते हैं कर्मचारियों के साथ कंपनी द्वारा भी सहयोग किया जाता है यह स्कीम रिटायरमेंट के पश्चात मैच्योर हो जाती है जब योजना मैच्योर होती है तो फंड का एक हिंसा एकमुशत मिलता है बाकी पेंशन के तौर पर प्रतिमाह दिया जाता है वैसे तो कई लोगों को इपीएस के पेंशन का लाभ सेवा निर्मित के बाद ही मिलता है लेकिन कई कर्मचारी इस बात से अनजान है कि EPS स्कीम में नौकरी के साथ-साथ पेंशन का लाभ मिलता है।

हर महीने कितना करना होता है निवेश।

कर्मचारी अपने बेसिक सैलरी का 12 फीसदी ईपीएफओ में देता है इस 12फीसदी  में से 8.3 फीसदी  PF अकाउंट में जमा होता है और बाकी 3.67 फीसदी EPS अमाउंट में जमा होता है ईपीएस में जमा राशि ही मैच्योर होने के बाद पेंशन के तौर पर दी जाती है।

नौकरी के साथ कब मिलती है पेंशन।

ईपीएफओ के नियम के अनुसार EPS पेंशन का लाभ कर्मचारियों को तभी दिया जाता है जब वह लगातार 10 साल तक निवेश करता है इसके अतिरिक्त जब कर्मचारियों की आयु 50 वर्ष से ज्यादा हो जाती है तो वह पेंशन के लिए क्लेम कर सकता है अगर कर्मचारियों ने 10 साल तक EPS स्कीम में योगदान दिया है और उनके उम्र 50 से कम है तो पेंशन के लिए क्लेम नहीं कर सकता।


यदि कर्मचारी की आयु 50 से 58 वर्ष के बीच की है और वह सेवानिवृत्ति से पहले पेंशन क्लेम करता है तो उसे पेंशन की राशि कम दि जाती हैं एपीएफओ के अनुसार अर्ली पेंशन में हर साल चार फ़ीसदी की कटौती की जाती है।