EPFO ने निकासी नियमों में किया संशोधन ,पैसे विड्रोल करने से पहले जान ले नए नियम।
EPFO:ईपीएफओ में इन्वेस्ट करके आप सेवानिवृत्ति के बाद अधिक फंड जमा कर सकते हैं वैसे तो EPFO रिटायरमेंट के बाद मेच्योर होता है पर कुछ स्थिति में इसमें आशिक निकासी की भी सुविधा दी जाती है ईपीएफओ ने निकासी नियमों में संशोधन कर दिया है।
अगर आप जॉब करते हैं और हर महीने अपनी सैलरी का फिक्स्ड अमाउंट ईपीएफओ में जमा करवाते हैं तो ईपीएफओ में जमा राशि सेवानिवृत्ति के बाद में मेच्योर होती है लेकिन जरूरत के समय ईपीएफओ से पैसे निकाले जा सकते हैं ईपीएफओ अपने सदस्यों को सुविधा देता है की मेंबर जरूरत के समय इपीएफओ फंड से निकासी करें आंशिक निकासी की एक निश्चित सीमा होती है अगर आप भी ईपीएफओ अकाउंट से पैसे निकालने की सोच रहे हैं तो हाल ही में ईपीएफओ ने निकासी के नियमों में संशोधन कर दिया है।
ईपीएफओ के नए नियम।
ईपीएफओ से आशिक निकासी के लिए EPFO सदस्य को ऑनलाइन आवेदन करना होगा एजुकेशन, घर खरीदी या निर्माण, शादी और स्वास्थ्य संबंधी खर्च के लिए निकासी की जा सकती है।
ईपीएफओ के निकासी नियमों के अनुसार EPFO डायरेक्ट रिटायरमेंट से पहले 90% तक के निकासी कर सकते हैं जिसके लिए सदस्य की आयु 54 साल से अधिक होनी चाहिए।
आज के युग में कई कंपनी में छटनी होती है ऐसे में ईपीएफओ के नियमों के अनुसार अगर छटनी होती है और कर्मचारी सेवानिवृत्ति से पहले बेरोजगार हो जाता है तो वह EPFO से पैसे निकलवा सकता है।
कर्मचारी एक महीने के बेरोजगारी के बाद 75 फ़ीसदी और लगातार 2 महीने बेरोजगार रहने पर पूर्ण निकासी कर सकता है नई जॉब करने के बाद कर्मचारी 25% को इपीएफओ अकाउंट में ट्रांसफर कर सकता है।
यदि कोई कर्मचारी लगातार 5 वर्ष तक EPFO में सहयोग करता है तो उसे निकासी के समय टैक्स बेनिफिट भी मिलता है वही मैच्योरिटी से पहले निकासी पर टीडीएस काटा जाएगा ₹50,000 से कम की निकासी पर टीडीएस नहीं कटता है।
निकासी के लिए सदस्य ने पैन कार्ड जमा किया है तो 10 फीसदी की टीडीएस कटौती होती है वही पैन कार्ड जमा न करने पर 30%तक की कटौती की जाती है।
आंशिक निकासी के लिए ऐसे करें आवेदन।
आंशिक निकासी के लिए ईपीएफओ मेंबर को ईपीएफओ पोर्टल और उमंग एप पर आवेदन करना होगा नियुक्ति से मंजूरी मिल जाने के बाद मेंबर के बैंक अकाउंट में पैसे आ जाते हैं आशिक निकासी के लिए आवेदन देने के बाद मेंबर स्टेटस भी चेक कर सकता है।