डेढ़ एकड़ में 9 प्रकार की सब्जियां उगा रहा दंपती किसान, प्रतिवर्ष 3 लाख रुपए तक की कमाई
चौटाला हाईवे पर स्थित नया राजपुरा गांव में किसानों ने परंपरागत खेती के बजाय सब्जी-बागवानी शुरू की है। इसमें छोटी जोत वाले किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। किसान गुरमीत सिंह ने बताया कि वह डेढ़ एकड़ खेत में परंपरागत खेती से प्रतिवर्ष 70 हजार से 90 हजार तक की ही आय ले पा रहे थे, लेकिन पिछले 3 साल से विभिन्न प्रकार की सब्जी उगा रहे हैं।
अब सालभर में कोई दिन ऐसा नहीं होता कि उनके खेत में सब्जी का उत्पादन नहीं हो। इस वक्त भिंडी, बैंगन, मिर्च, तोरी और घिया का उत्पादन हो रहा है, जबकि कुछ दिनों में मूली, गोभी, धनिया और पालक शुरू हो जाएगी। इसके बाद चप्पन टिंडी और अन्य सब्जी तैयार हो जाएंगी। वह रतिया नर्सरी से पौध लाते हैं। अपनी डेढ़ एकड़ जमीन में 3 लाख तक का उत्पादन प्रतिवर्ष ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सब्जी उत्पादन में रोजाना खेत में आना मेहनत करना जरूरी है। इस बार सब्जियों का अच्छा रेट मिला है और उत्पादन भी बढ़िया है। रोजाना सुबह में डबवाली मंडी में अपनी सब्जी बेचते हैं और दिन में खेत में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटी जोत के किसान अपने खेत में अलग-अलग प्रकार की थोड़े-थोड़े एरिया में सब्जी लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
मार्केट में रेट तथा डिमांड के अनुसार सब्जी बेचकर लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि सब्जी के लिए खुद पौध तैयार करते हैं तो अक्सर कमी रह जाती है। इसलिए पौध दूसरी नर्सरी से खरीद लेते हैं और सब्जी उत्पादन और ग्रोथ पर पूरा ध्यान लगा पाते हैं जिससे बढ़िया लाभ मिलता है।