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हरियाणा रोडवेज की 4 बसें इम्पाउंड, 26 के चालान, राजस्थान की 90 बसों के चालान, राजस्थान व हरियाणा में एक दूसरे राज्यों की बसों पर कार्रवाई

हरियाणा रोडवेज की 4 बसें इम्पाउंड, 26 के चालान, राजस्थान की 90 बसों के चालान, राजस्थान व हरियाणा में एक दूसरे राज्यों की बसों पर कार्रवाई
 
 Haryana Roadways impound

राजस्थान रोडवेज बस कंडक्टर व हरियाणा पुलिस महिला कांस्टेबल के बीच टिकट को लेकर हुए विवाद के बाद 2 दिनों से हरियाणा और राजस्थान में एक-दूसरे राज्यों की बसों के चालान काटने और इम्पाउंड की कार्रवाई सामने आई है। इसके अलावा कुछ चालान दिल्ली पुलिस द्वारा भी किए गए। हरियाणा पुलिस राजस्थान रोडवेज की 90 से अधिक बसों के चालान कर चुकी है। वहीं, राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की 4 बसों को जयपुर में इंपाउंड भी किया है। ये बसें नारनौंद, नूंह व गुरुग्राम डिपो की बताई जा रही है। नूंह, झज्जर, सोनीपत, रोहतक, रेवाड़ी और नारनौल डिपो की 7 समेत 26 बसों के चालान किए जा चुके है। इसके बाद रोडवेज कर्मचारियों में रोष है। कार्रवाई के विरोध में कर्मचारी यूनियन ने चक्का जाम की चेतावनी दी है।

ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन 1947 के राज्य प्रधान मायाराम उनियाल, महासचिव बलदेव सिंह मामू माजरा, कोषाध्यक्ष रघुवीर पंजाबी, उप महासचिव जोगेंद्र कुल, उप प्रधान सुनील निंबरैन प्रदेश प्रेस प्रवक्ता रंजीत करोड़ा ने संयुक्त रूप से कहा कि राजस्थान परिवहन निगम की बस में हरियाणा पुलिस की महिला कर्मी द्वारा टिकट न लेने पर परिचालक से नोकझोंक हो गई थी जिसकी परिचालक ने वीडियो बना ली थी। उसके बाद अगले दिन से ही राजस्थान परिवहन निगम की बसों के दिल्ली और हरियाणा में पुलिस द्वारा चालान किए गए, जैसे ही राजस्थान प्रशासन को इसकी भनक लगी रविवार को राजस्थान पुलिस ने बदले की भावना से हरियाणा रोडवेज की सभी बसों के चालान करने आरंभ कर दिए हैं। इतना ही नहीं जयपुर में 4 बसें इम्पाउंड की गई हैं, जोकि चिंता का विषय है। क्योंकि पुलिस स्टाफ अन्य राज्यों की बसों में मान्य नहीं है। जनता की आबादी के अनुरूप इतनी बसें बेड़े में नहीं है कि सिटिंग सवारी ले जाए।

मंत्री से अनुरोध-राजस्थान से बसें छुड़ाएं

रोडवेज वर्कर्स यूनियन परिवहन मंत्री अनिल विज से अनुरोध करती है कि शीघ्र ही राजस्थान सरकार से इन बसों को छुड़वाए। पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों से भी अनुरोध करती है कि पुलिस और परिवहन विभाग जनता की सेवा के लिए बना है। दोनों विभागों को परस्पर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। यूनियन के पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों के प्रति बदले की भावना नहीं थमी तो यूनियन मीटिंग कर दिल्ली व राजस्थान में हरियाणा रोडवेज की बसों को नहीं जाने देगी। इसके लिए चाहे रोडवेज का चक्का जाम ही क्यों न करना पड़े।

परमिट, वर्दी और ओवर स्पीड का बहाना बना चालान किए

रोडवेज कर्मचारी यूनियन प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अनूप लाठर और महासचिव जयबीर घनघस ने कहा कि राजस्थान और हरियाणा पुलिस के विवाद में जिस तरह से हरियाणा और राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों के साथ बर्ताव किया जा रहा है, वह अशोभनीय है। यूनियन नेताओं ने कहा कि अब पुलिस कर्मचारियों के आपसी अंहकार की वजह से रोडवेज बसों के अवैध तरीके से चालान किए जा रहे हैं। कहीं पर परमिट का बहाना बनाया जा रहा है तो कहीं पर वर्दी तो कहीं पर ओवर स्पीड का बहाना बनाकर चालान किए जा रहे हैं। यूनियन नेताओं ने सरकार से मांग की कि इस मामले में तुरंत संज्ञान लिया जाए।

8 सवारियां अधिक होने पर चालान सचिव रणजीत करोड़ा व रेवाड़ी यूनियन प्रधान राजपाल यादव ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने 8 बच्चे बस में ज्यादा होने का चालान किया। अगर औरत के साथ 2 बच्चे हैं व वह सीटिंग कैपेसिटी से ज्यादा हैं तो क्या उनको उतार दिया जाएगा। चालक परिचालक सवारी को बस में बैठने से मना नहीं कर सकते। यूनियन इसका विरोध करती है।