जींद के 61 कब (लड़के) 7 बुलबुल (लड़कियां) को मिलेगा नैशनल गोल्डन एरो अवार्डदिल्ली में राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त द्वारा बच्चों को किया जाएगा सम्मानित

हरियाणा राज्य भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के इतिहास में जिला जींद ने कब बुलबुल गतिविधियों में एक बार फिर से प्रथम स्थान हासिल करके रिकॉर्ड बनाया है। राष्ट्रीय स्तर पर कब बुलबुल गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन पर प्रदेश के 170 कब बच्चों को प्राथमिक स्तर के सबसे बड़े नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड के लिए चुना गया है। खास बात यह है कि जींद जिले के विभिन्न स्कूलों से 61 कब व 7 बुलबुल बच्चे चयनित हुए हैं। जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ के अथक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। दिल्ली में 22 फरवरी को राष्ट्रीय मुख्यालय दिल्ली में राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त द्वारा बच्चों को सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर कि इस उपलब्धि पर जिला मौलिक शिक्षा
अधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. विजय लक्ष्मी व जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, खंड संसाधन संयोजक, प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक के साथ-साथ जिला संगठन आयुक्त स्काउट डॉ. भगवान व जिला संगठन आयुक्त गाइड उषा गुप्ता ने जींद कि कब बुलबुल गतिविधियों का संचालन करने वाले जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ व उनकी कब बुलबुल टीम, कब मास्टर, फ्लॉक लीडर को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। जींद की कब-बुलबुल गतिविधियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला कर पूरे देश में अपने कब-बुलबुल गतिविधियों का लोहा मनवाने वाले जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने बताया कि इन गतिविधियों के जरिए प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सिखाया जाता है। कैंपों में कब (लड़के) बुलबुल (लड़कियां) को नैतिक शिक्षा दी जाती है। बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है। छोटी-छोटी कहानियों के जरिए बच्चों में निखार आ जाता है।
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राजेश वशिष्ठ के नेतृत्व में 17 वर्षों से राष्टÑीय व अंतर्राष्टÑीय स्तर पर कर रहे हैं बेहतर प्रदर्शन
प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों द्वारा प्रथम चरण से चतुर्थ चरण तक की गई अलग-अलग गतिविधियों के आकलन, टेस्ट के आधार पर बच्चों को नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड नेशनल चीफ कमिश्नर द्वारा दिया जाता है। जींद के कब बुलबुल सदस्य जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ के नेतृत्व में पिछले 17 वर्षों से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। स्कूलों में कब-मास्टर और फ्लॉक लीडर ने इस मुकाम हासिल करने में अपना बड़ा योगदान दिया है। बीते दिनों सऊदी अरब का एक प्रतिनिधिमंडल भी कब बुलबुल गतिविधियों को देखने के लिए जींद पहुंचा था। यहां की गतिविधियों से यह प्रतिनिधिमंडल इतना प्रभावित हुआ कि अपने देश जाकर कब बुलबुल गतिविधियों को और मजबूत व तकनीक के साथ चलाने का आह्वान किया।
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जींद जिले के विभिन्न स्कूलों से 61 कब व 7 बुलबुल बच्चे जिला संगठन
आयुक्त राजेश वशिष्ठ के अथक प्रयासों से चयनित हुए हैं। पूरी कब बुलबुल टीम की मेहनत से उपलब्धि हासिल हुई है। सभी चयनित बच्चों को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय दिल्ली में 22 फरवरी को राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. सुभाष चंद्र, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जींद
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प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सिखाया जाता है। कैंपों में कब (लड़के) बुलबुल (लड़कियां) को नैतिक शिक्षा दी जाती है। बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है। छोटी-छोटी कहानियों के जरिए बच्चों में निखार आ जाता है।
राजेश वशिष्ठ, जिला संगठन आयुक्त, जींद