OpsBreaking

मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय में ब्रह्माकुमारी की टीम ने युवाओं को नशे से दूर रहने का दिया, संदेश ।

मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय में ब्रह्माकुमारी की टीम ने युवाओं को नशे से दूर रहने का दिया, संदेश ।
 
 Motilal Nehru Public School

मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय में एन एस एस अधिकारी सुरेन्द्र कुमार ने युवाओं को नशा मुक्ति से बचने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी संस्थान की टीम ने युवाओं को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का महत्वपूर्ण संदेश दिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आज के युवाओं को नशे की लत से बचाना और एक सकारात्मक एवं स्वस्थ समाज का निर्माण करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया और सभी ने ब्रह्माकुमारी की टीम के विचारों को ध्यानपूर्वक सुना।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रविन्द्र कुमार और प्रशासक वी पी शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने युवाओं के बीच बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और इसे रोकने के लिए विद्यालय स्तर पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारी युवा पीढ़ी को खोखला कर रही है। यदि समय रहते इसे रोका नहीं गया, तो यह हमारे समाज और राष्ट्र के भविष्य को गहरे संकट में डाल सकता है। इसलिए, हमें इस पर कड़ी नजर रखनी होगी और युवाओं को सही दिशा दिखानी होगी।"
ब्रह्माकुमारी संस्थान की बहनों ने इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से बचने के लिए प्रेरित करना बताया। मुख्य वक्ता, रोशनी बहन, रूबल बहन , मनीष भाई और हरि भाई जो माउटंआबू से आए उन्होंने कहा कि "नशे की लत केवल व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य को ही नहीं बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी गंभीर रूप से प्रभावित करती है। यह लत व्यक्ति के जीवन को नष्ट कर सकती है और परिवार एवं समाज पर भी इसका गहरा असर पड़ता है।" उन्होंने बताया कि आजकल नशे की आदतें जैसे शराब, सिगरेट, तंबाकू, और अन्य मादक पदार्थों का सेवन युवाओं के बीच बहुत तेजी से फैल रही हैं। इसका मुख्य कारण मानसिक तनाव, जीवन की दौड़ में आगे बढ़ने का दबाव, और सामाजिक दवाब होता है। इन सभी कारणों से बचने के लिए उन्होंने ध्यान, योग, और सकारात्मक सोच की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया।

रोशनी बहन और रूबल बहन ने समझाया कि ध्यान और योग के माध्यम से हम अपनी मानसिक स्थिति को संतुलित कर सकते हैं, जिससे जीवन में आने वाले तनाव और चुनौतियों का सामना आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं को रोजाना ध्यान करने और स्वयं के भीतर शांति खोजने की सलाह दी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि सकारात्मक सोच और सकारात्मक संगति का जीवन में बहुत बड़ा महत्व है।
ब्रह्माकुमारी की टीम ने नशे से बचने के लिए युवाओं को कुछ व्यावहारिक सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि  खाली समय में नकारात्मक संगति और आदतें व्यक्ति को जल्दी प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए, अपने समय का सही उपयोग करें और पढ़ाई, खेलकूद, और रचनात्मक गतिविधियों में शामिल रहें।


नियमित ध्यान और योग से मानसिक शांति प्राप्त होती है और आत्म-नियंत्रण में सुधार होता है। यह व्यक्ति को नशे की प्रवृत्तियों से दूर रखने में मदद करता है। व्यक्ति की संगति का उसके जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। गलत संगति में पड़कर नशे की आदत जल्दी लग सकती है। इसलिए, हमेशा सकारात्मक और प्रेरणादायक व्यक्तियों के साथ रहें।
और  कहा कि जीवन में एक स्पष्ट उद्देश्य और लक्ष्य होने से व्यक्ति नकारात्मक चीजों से दूर रहता है। जब आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होते हैं, तो नशे जैसी आदतों के लिए आपके पास समय ही नहीं बचता। व्यक्ति को अपने जीवन के प्रत्येक कदम पर आत्मनिरीक्षण करते रहना चाहिए। यह जानने की कोशिश करें कि आपके जीवन में क्या सही है और क्या गलत। आत्मनिरीक्षण के माध्यम से हम नकारात्मक आदतों को छोड़ सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य रविन्द्र कुमार और प्रशासक वी पी शर्मा ने ब्रह्माकुमारी की टीम का धन्यवाद किया और उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सदेश की सराहना की। उन्होंने कहा ब्रह्माकुमारी संस्थान की यह पहल हमारे समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम सभी को मिलकर नशे के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा और अपने बच्चों को इस बुराई से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा।"

रूबल बहन ने सभी छात्रों और उपस्थित जनसमूह को नशे से दूर रहने का संकल्प दिलवाया। सभी ने यह प्रतिज्ञा ली कि वे न केवल स्वयं नशे से दूर रहेंगे बल्कि अपने दोस्तों और परिवारजनों को भी नशे से बचाने के लिए जागरूक करेंगे।