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Apala Mishra sucess Story: बिना किसी कोचिंग UPSC में Rank 9, इंटरव्यू में मिले रिकॉर्ड मार्क्स,  IAS का सपना रहा अधूरा 

अपाला मिश्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली हैं। उन्हें देश की सेवा करने की विरासत मिली है। उनके पिता अमिताभ मिश्रा भारतीय सेना में कर्नल थे। वहीं, उनके भाई सेना में मेजर के पद पर तैनात हैं।
 
 
UPSC में Rank 9, इंटरव्यू में मिले रिकॉर्ड मार्क्स,  IAS का सपना रहा अधूरा
Apala Mishra sucess Story: UPSC एक ऐसा मुकाम जिसे पार करने के लिए लोग दिन रात एक कर देते है। फिर भी लोग खाली हाथ लोट जाते है। आज के समय में काफी टफ एग्जाम कहा जानें वाले लोगों के लिए काफी ज्यादा लोगो के जीवन का सपना बन गया है।  लाखों की भीड़ में इसे कोई कोई ही पार कर पता है। लेकिन उम्मीद हर कोई करता है। आज एक ऐसी ही कहानी हम आपको बताने वाले है, जो आपको कहीं ना कहीं प्रेरित जरूर करने वाली है। 
यूपीएससी सिविल सेवा 2020 परीक्षा में अपाला मिश्रा ने अखिल भारतीय रैंक 9 हासिल की। उन्होंने यूपीएससी व्यक्तिगत साक्षात्कार में रिकॉर्ड अंक हासिल किए थे। उन्होंने 275 में से 215 अंक हासिल किए।

अपाला मिश्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली हैं। उन्हें देश की सेवा करने की विरासत मिली है। उनके पिता अमिताभ मिश्रा भारतीय सेना में कर्नल थे। वहीं, उनके भाई सेना में मेजर के पद पर तैनात हैं।
अपाला शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहा है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 10वीं कक्षा पास की है। उन्होंने दिल्ली के रोहिणी में 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। बाद में, उन्होंने आर्मी कॉलेज से बीडीएस पूरा किया और एक दंत चिकित्सक बन गए।

अपने चिकित्सा करियर के दौरान, अपाला ने सिविल सेवाओं में शामिल होने का फैसला किया। उन्होंने डेंटल प्रैक्टिस के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। वह अपने पहले दो प्रयासों में असफल रहे। इसके बावजूद उन्होंने तैयारी जारी रखी।



अपाला मिश्रा उस समय चर्चा में आईं जब उन्होंने यूपीएससी में बड़ी रैंक हासिल करने के बाद भी आईएएस के बजाय भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) का विकल्प चुना। इसके पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती थीं और अपनी पसंद के अनुसार 30 साल का काम करना चाहती थीं