आईसीएसई, आईएससी में शामिल होगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स

काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) बोर्ड अब ग्यारहवीं और बारहवीं के कोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और रोबोटिक्स को शामिल करेंगे। । सीआईएससीई देश में इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जाम (आईसीएसई) और इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (आईएससी) एग्जाम आयोजित करता है। शुरुआत में इन सब्जेक्ट्स को इंटीग्रेटेड अप्रोच में पेश किया जाएगा, जहां कम्प्यूटर साइंस में एआई और कोडिंग भी शामिल होगी। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत सीआईएससीई यह बदलाव कर रहा है। इससे देशभर के लगभग 30 लाख स्टूडेंट्स पर असर होगा। इससे श्री-स्टेज-नॉन-रिटेनिंग डिजिटल असेस्मेंट की शुरुआत हो रही है, जो एकेडमिक सेशन 2025-26 से लागू होगा। ह्यूमैनिटीज, आर्ट्स और स्टेम सब्जेक्ट्स को साथ लाने वाले इस तरीके ने बेहतर रिजल्ट दिए हैं। इससे स्टूडेंट्स क्रिएटिविटी, इनोवेशन, क्रिटिकल थिंकिंग और हायर ऑर्डर थिंकिंग कैपेसिटी में ग्रोथ होते हैं। सीआईएससीई अगले साल से स्कूल सुधार योजना भी शुरू करेगा।
रिपोर्ट कार्ड की जगह होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड : 2025 के बोर्ड एग्जाम से स्टूडेंट्स को रिपोर्ट कार्ड की जगह होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड दिया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स के एक्टिविटी के मार्क्स को जोड़ा जाएगा। इसमें एबिलिटी मार्क्स भी शामिल होंगे। करिकुलम में कोई बदलाव नहीं होगा। इसे एनसीईआरटी के फ्रेमवर्क के अनुसार ही पढ़ाया जाएगा।