उच्चतर शिक्षा संस्थानों को यूजी लेवल पर पढ़ाना होगा पर्यावरण विषय, यूजीसी के आदेश पर काम हुआ शुरू
उच्चतर शिक्षा संस्थानों को अब अनिवार्य रूप से पर्यावरण विषय पढ़ाना होगा। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) ने इस संबंध में सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को आदेश जारी कर दिया है। इन आदेशों पर अब यूनिवर्सिटी स्तर पर बैठक लेकर लागू किया जाएगा। हालांकि कुछ शिक्षण संस्थानों में पहले से पर्यावरण विषय पढ़ाया जा रहा है लेकिन अब इसे यूजी लेवल पर अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।
यूजीसी के निर्देश पर हरियाणा के सभी यूनिवर्सिटी में इस शिक्षा सत्र से नई शिक्षा नीति लागू की जा चुकी है। सभी यूनिवर्सिटी ने न केवल कैंपस बल्कि संबंधित कॉलेजों में भी कर दिया है। नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम पढ़ाना शुरू कर नई शिक्षा नीति में ये भी प्रावधान किया गया अब यूजी (बीए, बी-कॉम, बीएससी स्तरीय कोर्स) में भी पर्यावरण विषय पढ़ाया जाए। ताकि विद्यार्थियों को पर्यावरण के बारे में जानने का मौका मिल सके।
पिछले वर्ष जारी हुई थी गाइडलाइन, अब भेजा पत्र
यूजीसी की ओर से सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को भेजे पत्र में कहा गया है कि ये आदेश लागू किए जाने हैं। बता दें कि जून 2023 में बैठक के बाद मंथन करने के लिए गाइडलाइन जारी की गई थी। अब यूजीसी ने कहा है कि इन गाइडलाइन को लागू करे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इन आदेशों को लागू किया जाना है। पर्यावरण विषय पर संचालित होने वाले कोर्स में कई तरह के विषय शामिल किए जाएंगे। इनमें क्लाइमेट चेंज, वेस्ट मैनेजमेंट, बायोडीवर्सिटी कनवर्जन जैसे टॉपिक पढ़ाए जाएंगे।
आगे क्या : अब यूनिवर्सिटी स्तर पर तैयार होगा पाठ्यक्रम
यूजीसी की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद अब प्रदेश भर की यूनिवर्सिटी ने काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अब यूनिवर्सिटी स्तर पर इस विषय को लेकर पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा। इसके बाद इसे शैक्षणिक परिषद, कार्यकारी परिषद में पास करवाते हुए लागू किया जाएगा। फिर संबंधित कॉलेजों को निर्देश दिए जाएंगे। उम्मीद है कि आगामी शिक्षा सत्र से सभी कॉलेजों में संचालित यूजी कोर्स में इस विषय को शामिल किया जा सकता है क्योंकि वर्तमान शिक्षा सत्र के दाखिला पूरे हो चुके हैं।