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सीडीएलयू में नई नीति छोड़ पुरानी के अनुसार पीएचडी में दाखिलों की तैयारी, शेड्यूल जारी

 
 phd admissions CDLU

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) के स्पष्ट आदेश हैं कि अब विश्वविद्यालयों में नेट (नेशनल इलीजीबिलिटी टेस्ट) के आधार पर ही पीएचडी के दाखिले होंगे। लेकिन सिरसा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी ने वर्ष 2016 की पुरानी गाइडलाइन अनुसार दाखिला के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। अब जहां एक ओर दाखिला के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा देनी पड़ेगी, वहीं दूसरी ओर डिग्री पर भी वैधता की मान्यता का भय रहेगा।

यूजीसी की ओर से मार्च माह में महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया। इसमें यूजीसी की ओर से कहा गया कि अब देशभर के सभी विश्वविद्यालयों में केवल नेट के रिजल्ट आधार पर ही पीएचडी के दाखिला होंगे। जबकि इससे पहले अलग-अलग विश्वविद्यालयों में

अलग-अलग नियम थे। किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता था तो किसी में मेरिट आधार पर। लेकिन यूजीसी की गाइडलाइन अनुसार अब प्रवेश परीक्षा की बजाय केवल नेट रिजल्ट के आधार पर ही दाखिला के आदेश दिए गए। ये आदेश जून 2024 से लागू हो चुके हैं। लेकिन इन नियमों के विपरीत सीडीएलयू ने यूजीसी की पुरानी गाइडलाइन (वर्ष 2016 की) ही पीएचडी दाखिला प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीडीएलयू की ओर से न तो यूजीसी की नई गाइडलाइन अपनाई जा रही और न ही नया पीएचडी ऑर्डिनेंस तैयार किया गया। इससे विद्यार्थियों को नुकसान होगा और ये भी संशय रहेगा कि पुरानी गाइडलाइन अनुसार हुए पीएचडी दाखिला के आधार पर मिलने वाली उपाधि को यूजीसी की मान्यता मिलेगी या नहीं।

सीडीएलयू क्या अपना रही है रास्ता

जब भी पीएचडी का दाखिला होता है तो इसके लिए नया पीएचडी ऑर्डिनेंस और यूजीसी की नई (अपडेटिट) गाइडलाइन होना जरूरी है। सीडीएलयू की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया। इसमें डीन ऑफ एकेडमिक, डीन ऑफ रिसर्च, आईक्यूएसी के डायरेक्टर और डिप्टी रजिस्ट्रार को शामिल किया गया। कमेटी सदस्यों ने बैठक कर फैसला लिया कि अभी तक नेट का रिजल्ट नहीं आया है। इसलिए पीएचडी आर्डिनेंस 2022-23 के अनुसार पीएचडी का दाखिला किया जाए। बता दें कि पीएचडी आर्डिनेंस 2022-23 में यूजीसी की वर्ष 2016 की गाइडलाइन अपनाई थी। इसके बाद यूजीसी की नई गाइडलाइन 2024 आ चुकी है, जिसमें कई बदलाव हो चुके हैं।
नई गाइडलाइन में ऐसे होना है दाखिला

कैटेगिरी: योग्यता

01 : इस कैटेगरी में आने वाला अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में योग्य होने के साथ-साथ पीएचडी में दाखिला के योग्य भी माना जाएगा और जेआरएफ पाने का भी हकदार होगा।

02 : इस कैटेगरी का अभ्यर्थी बिना जेआरएफ के पीएचडी दाखिला के लिए योग्य होगा। जबकि असिस्टैंट प्रोफेसर भर्ती के योग्य माना जाएगा।

03 : इस कैटेगरी में आने वाला केवल पीएचडी में दाखिला के योग्य होगा।