सीडीएलयू में विधि विभाग और यूएसजीएस के लिए खरीदी 1200 पुस्तकें लाइब्रेरी में होंगी उपलब्ध, बिना पहचान पत्र विद्यार्थियों की नहीं होगी एंट्री
चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के लिए विवि प्रशासन ने नई पुस्तकें उपलब्ध करवाने का फैसला लिया है। जहां एक एक ओर विधि विभाग को करीब 1200 पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी वहीं दूसरी ओर यूएसजीएस (यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडीज) के लिए भी 1000 से ज्यादा किताबें मिलेंगी।
इससे विद्यार्थियों को लाभ होगा और पढ़ने में मदद मिलेगी। सीडीएलयू में एक सेंट्रल लाइब्रेरी (विवेकानंद लाइब्रेरी) है जबकि दूसरी ओर विधि विभाग और यूएसजीएस के पास भी अपनी-अपनी लाइब्रेरी हैं।
विभागों की लाइब्रेरी के लिए भी पुस्तकें सेंट्रल लाइब्रेरी ही खरीदती है। सीडीएलयू प्रशासन की ओर से हर वर्ष करवाई जाएंगी। विधि विभाग की लाइब्रेरी के लिए करीब 1200 पुस्तकें खरीदी जा चुकी हैं। नंबर भी लग चुके हैं और केवल भिजवाना बाकी है। विभाग की लाइब्रेरी में नई पुस्तकें आने से विद्यार्थियों को खासा लाभ होगा। वहीं दूसरी ओर यूएसजीएस के लिए भी करीब 1000 पुस्तकें उपलब्ध करवाने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही इन्हें यूएसजीएस की लाइब्रेरी में भिजवा दी जाएगी। नए दाखिला मिलने के बाद विद्यार्थियों को पहचान पत्र बनने तक समस्याओं का सामना न करना पड़े, इसलिए लाइब्रेरी प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। विभाग में दाखिला फीस रसीद देखकर विद्यार्थियों को लाइब्रेरी में एंट्री दी जा रही है। विद्यार्थी रीडिंग हॉल में बैठकर भी पढ़ सकते हैं। सेंट्रल लाइब्रेरी के रीडिंग हॉल 24 घंटे विद्यार्थियों के लिए खुले रहते हैं। सीडीएलयू की सेंट्रल लाइब्रेरी में बिना पहचान पत्र किसी भी विद्यार्थी की एंट्री नहीं हो सकती।
इतना ही नहीं बिना पहचान पत्र के विद्यार्थी को पुस्तकें ईश्यू भी नहीं करवाई जा सकती। इसके लिए लाइब्रेरी की ओर से प्रत्येक विद्यार्थी का अपना पहचान पत्र जारी किया जाता है। इस समय सीडीएलयू में दाखिला प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसी कारण अभी तक प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के पहचान पत्र तैयार नहीं हो पाए हैं। हालांकि उम्मीद है कि जल्द ही ये काम शुरू कर दिया जाएगा।