डीएपी के लिए मतदान जैसी लाइन, उंगली पर निशान लगाकर पुलिस सुरक्षा में किसानों को बांटे 3-3 बैग
धान की कटाई के बाद अब किसान गेहूं की बिजाई करने में जुट गए हैं। ऐसे में डीएपी को लेकर किसानों में मारामारी है। सोमवार को डीएपी वितरण की सूचना को लेकर किसान रात्रि 2 बजे ही इफको केंद्रों व सोसायटियों पर पहुंच गए। डीएपी लेने के लिए मतदान जैसी लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। उंगली पर निशान लगाकर किसानों को 3-3 बैग बांटे गए। ताकि किसान दोबारा बैग न ले सकें। काफी केंद्रों पर दो-दो व कुछ सेंटरों पर 4-4 बैग दिए गए। जिले में 58 इफको केंद्रों व सोसायटियों पर 40 हजार बैग पहुंचे हैं। सोमवार को शहर में 1700 किसानों को टोकन दिए गए। डीएपी लेने के लिए अधिकारियों से पहले ही किसान लाइनें लगाकर खड़े हो गए। नेहरू पार्क में किसानों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया। वहीं पुलिस अधीक्षक की सिक्योरिटी में तैनात जवानों की निगरानी में खाद बांटी गई। इसके अलावा इफ्को केंद्रों व सोसायटियों पर भी पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए। उधर, ओढां में डीएपी बांटने के लिए दोपहर तक कोई भी अधिकारी व कर्मचारी नहीं पहुंचा। जिस कारण किसानों में रोष फैल गया और विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मामला डीसी के संज्ञान में आने के बाद कर्मचारी मौके पर पहुंचे और डीएपी बांटने का काम शुरू हो सका।
लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिली डीएपी
डीएपी लेने के लिए अनाज मंडी रोड पर बने सेंटर पर मतदान की तरह लाइनें लगी रहीं। किसानों की उंगली पर स्याही का निशान लगाया गया, ताकि दोबारा से किसान डीएपी न ले सकें। वहीं जिले के इफको केंद्रों और सोसायटियों पर भी डीएपी लेने के लिए रात्रि से ही किसानों की लाइनें लगी रही। कुछ जगह घंटों लाइन में लगने के बाद भी किसानों को डीएपी नहीं मिलने से खाली हाथ घरों को लौटना पड़ा। जिसका उन्होंने काफी विरोध किया।
नेहरू पार्क में टोकन के लिए एकत्रित हुए किसान
नेहरू पार्क में डीएपी के टोकन लेने के लिए सुबह ही किसान एकत्र हो गए। भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया। डीएपी के टोकन देने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी व पुलिस पहरे के बीच बांटे गए। टोकन मिलने के बाद डीएपी लेने के लिए जनता भवन रोड स्थित सेंटर पर पहुंचे। यहां पर डीएपी के लिए लाइनों में लगे रहे। घंटों इंतजार के बाद किसानों को 3-3 बैग दिए गए। बता दें कि जिला में निर्धारित कोटे की 50 फीसदी खाद अब तक पहुंच चुकी है। जबकि 3 लाख हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में गेहूं की बिजाई होनी है।
किसान बोले : बिजाई हो रही लेट, नहीं मिल रही डीएपी
डीएपी न मिलने के कारण किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। किसानों सुखदेव सिंह, राजेंद्र सिंह, मलकीत सिंह, जोरावर सिंह, भारू सिंह ने कहा कि डीएपी नहीं मिलने के कारण गेहूं की बिजाई लेट हो रही है। धान की कटाने के बाद खेत गेहूं की बिजाई के लिए तैयार है। डीएपी लेने के लिए वे रात्रि को ही लाइनों में लगने को मजबूर हैं। जितनी डीएपी जरूरत है उसके मुताबिक उन्हें नहीं मिल रही। उधर कृषि अधिकारियों का कहना है कि दो दिन बाद डीएपी का फिर से रैक लगेगा। किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी दी जाएगी।
जिले के 58 इफको केंद्रों व सोसायटियों पर 40 हजार बैग पहुंचे हैं। सभी केंद्रों पर क्षमता अनुसार किसानों को डीएपी बांटी गई है। डीएपी वितरण दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा है। अब दो दिन बाद डीएपी का रैक लगेगा।" डॉ. अमित कुमार, क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर कृषि विभाग।