मल्लेका में खेत में रखी गई हजारों गांठों में लग गई थी आग, किसान मुआवजा मांग रहे, अधिकारी दे रहे आश्वासन
गांव मल्लेकों में अज्ञात कारणों से लगी पराली की गांठों में आग 30 घंटे बाद भी बुझ नहीं पाई है। गांठों में लगी आग धीरे-धीरे सुलग रही है। दमकल की गाड़ियों ने आग बुझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। वहीं रोषित किसानों ने रविवार शाम से ही स्टेट हाइवे सिरसा-ऐलनाबाद जाम किया हुआ है। सोमवार को भी किसानों ने जाम नहीं खोला।
जाम खोलने के लिए दिनभर पुलिस प्रशासन व कृषि अधिकारी जुटे रहे, लेकिन किसान 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। उधर, किसानों के जाम के चलते बसें व गाड़ियां 15 किलोमीटर ज्यादा घूमकर आ जा रही हैं। इस दौरान वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐलनाबाद क्षेत्र के 40 से ज्यादा बेलरों ने काम बंद कर रोड जाम में शामिल हो गए हैं। कृषि अधिकारियों ने किसानों से किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे मुआवजे का केस बनाकर डीसी को दे देंगे, लेकिन किसान जाम खोलने को राजी नहीं हुए। किसानों धरने दौरान 10 सदस्यीय कमेटी बनाकर डीसी से मिलकर समाधान करने की मांग की है।
कृषि अधिकारियों ने केस बनाकर देने को कहा
सोमवार को किसानों के बीच कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखदेव सिंह व मल्लेकां चौकी प्रवीण कुमार मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने किसानों से जाम खोलने का आग्रह किया। लेकिन किसान मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। कृषि अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे केस बनाकर डीसी को दे देंगे, ताकि सरकार के पास भेजा जा सके। लेकिन किसान नहीं माने और जाम लगाए रखा।
2 हजार एकड़ पराली की बनाई थी गांठें, लाखों का नुकसान
किसान निर्मल धालीवाल ने बताया कि पराली की गांठों को राजस्थान में कोयले की फैक्ट्री व चारे के लिए भेजी जानी थी, लेकिन आग लगने से पराली जलकर राखा हो गई है। किसान निर्मल ने बताया कि वह पराली प्रबंधन का कार्य करता है। किसानों के 2 हजार एकड़ से 70 हजार क्विंटल पराली की पराली की गांठें बनाकर रखी थीं। जिसमें रविवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई और करीब 50 से 70 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
चेतावनी: जब तक नुकसान की भरपाई नहीं, तब तक नहीं खोलेंगे जाम
सोमवार को आसपास गांवों के किसानों के साथ-साथ किसान संगठनों ने भी रोड जाम में समर्थन दिया। किसान गोरा सिंह, बलविंद्र सिंह, मुख्तयार सिंह, धर्म सिंह व किसान नेता प्रकाश सिंह ममेरां ने कहा कि पीड़ित निर्मल धालीवाल की पिछले वर्ष भी इसी स्थान पर पराली की गांठों में आग लग गई थी, उस दौरान भी नुकसान की भरपाई का कृषि अधिकारियों ने आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया। किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर पीड़ित किसान को मुआवजा नहीं मिला तो वे जाम नहीं खोलेंगे।
15 किमी. ज्यादा घूमकर जा रहीं बसें और गाड़ियां
पिछले 30 घंटे से सिरसा-ऐलनाबाद रोड जाम है। ऐसे में रोडवेज व निजी बसें माधोसिंघाना से मौजदीन होते हुए सिरसा पहुंच रही हैं। ऐसे में बसों व गाड़ियों को 15 किमी. सफर ज्यादा तय करना पड़ रहा है। इस दौरान वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।