कृषि यंत्रों की फिजिकल वेरीफिकेशन के दौरान बनी जाम की स्थिति, किसानों को हुई परेशानी
कृषि विभाग की ओर से डबवाली रोड पर चौक के समीप स्थित अनाज मंडी में कृषि यंत्रों की फिजिकल वेरीफिकेशन अभियान चलाया गया। वेरीफिकेशन के लिए किसान अपने ट्रैक्टर के साथ इन यंत्रों को लेकर आए थे। ऐलनाबाद व रानियां क्षेत्र के करीब 500 किसान अपने कृषि यंत्रों का फिजिकल वेरीफिकेशन करवाने के लिए पहुंचे हुए थे।
अनाज मंडी में धान की ढेरियां पड़ी होने के कारण जगह कम थी। इसलिए किसानों ने अपने ट्रैक्टर रोड पर ही खड़े कर दिए। रोड पर ट्रैक्टर खड़े होने की वजह से जाम की स्थिति पैदा हो गई। जिसके कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। जाम को खुलवाने में जीवननगर चौकी प्रभारी व पुलिस कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं फिजिकल वेरीफिकेशन की ऑनलाइन साइट धीमी गति से
चलने की वजह से वेरीफिकेशन का कार्य रुका रहा। देर शाम तक यह वेरीफिकेशन का कार्य विभाग की ओर से किया गया।
वेरीफिकेशन के लिए कृषि यंत्र लेकर आए किसानों ने सरकार व विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर अपने गुस्से का इजहार किया। किसान राकेश दहिया, गुरशरण सिंह, मांगे राम सहित अन्य ने बताया कि वह सुबह से अपने ट्रैक्टर व कृषि यंत्र लेकर यहां वेरीफिकेशन के लिए आए हुए हैं, लेकिन उनका नंबर नहीं लग रहा है। सुबह से लेकर शाम हो गई है और अभी तक सिर्फ 100 किसानों का ही वेरीफिकेशन हो पाया है। करीब 300 से 400 किसानों के वेरीफिकेशन बताया है। यह वेरीफिकेशन ऑनलाइन साइट के माध्यम से किया जा रहा है। जो धीमी चल रही है। किसानों ने कहा कि सरकार व विभाग अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं। खेत में फसल बिजाई का सीजन चल रहा है। किसान अपनी फसल बिजाई छोड़कर अपने यंत्रों की वेरीफिकेशन के लिए आए हुए हैं। शनिवार का सारा दिन बर्बाद हो गया है। जिससे बिजाई कार्य प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि वेरीफिकेशन का कार्य 15 दिनों के बाद होना चाहिए था। जब किसान अपने खेतों में बिजाई करने के बाद फ्री हो जाते। वहीं वेरीफिकेशन के कार्य कर रहे कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकार की सबसिडी योजना के तहत क्षेत्र के जिन किसानों ने हैप्पी सीडर, रोटावेटर व पराली प्रबंधन के लिए अन्य यंत्र लिए हुए हैं उनकी आज फिजीकल वेरीफिकेशन चल रही है। फिजीकल वेरीफिकेशन का कार्य एक दिन में ही पूरा किया जाना है। इसलिए आज रात्रि तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि करीब 300 किसान अपने ट्रैक्टर के साथ कृषि यंत्र लेकर आए हैं।