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Sirsa Haryana:बेगू रोड 13 साल से था अंधेरे में, अब नप लगाएगी के फैंसी स्ट्रीट लाइटें, 1.52 करोड़ किए जाएंगे खर्च

Sirsa Haryana:बेगू रोड 13 साल से था अंधेरे में, अब नप लगाएगी के फैंसी स्ट्रीट लाइटें, 1.52 करोड़ किए जाएंगे खर्च
 
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पिछले 13 साल से बेगू रोड पर स्ट्रीट लाइटें नहीं होने पर अंधेरे में डूबा हुआ था। स्ट्रीट लाइटें नहीं होने से कई बार हादसे हो चुके हैं। बार-बार कॉलोनीवासियों की तरफ से जिला प्रशासन व नगरपरिषद को शिकायतें देते के बावजूद भी समाधान नहीं हो पा रहा था। कई बार पार्षद ने नप की बैठक में लाइटें नहीं होने का मुद्दा भी उठाया। लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब नगर परिषद वीटा मिल्क प्लांट से लेकर शाह सतनाम सिंह चौक तक नई फैंसी स्ट्रीट लाइटें लगवाएगा। बकायदा इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डेकोरेटिव लाइटों पर एक करोड़ 52 लाख रुपए खर्च होंगे।

बता दें कि 2011 में ठेकेदार ने बिना किसी टेंडर और वर्क आर्डर के बेगू रोड पर शाह सतनाम सिंह चौक से लेकर पुराने डेरा सच्चा सौदा तक करीब 70 बिजली के खंभे लगा दिए थे, लेकिन पेमेंट का भुगतान नहीं होने पर ठेकेदार ने खंभे उखाड़ने से मना कर दिया था। नगर परिषद ने एसडीएम कोर्ट में याचिका दायर की थी। केस हारने के बाद ठेकेदार ने स्ट्रीट पोल उखाड़ लिए थे। अवैध पोल का मामला एसडीएम कोर्ट में चलने के कारण नई स्ट्रीट लाइट्स भी नहीं लगाई जा रही थी। अब बेगू रोड पर नई स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। जिससे कॉलोनी के लोगों ने राहत की सांस ली है। स्ट्रीट लाइटें न होने से अपराध को भी बढ़ावा मिल रहा था।

उधर, अनाज मंडी चौक से लेकर एयरफोर्स तक भी नगर परिषद फैंसी लाइटें लगवाएगा। जिस पर एक करोड़ 44 लाख रुपए खर्च होंगे। डिवाइडरों के बीच लगे पुराने पोल को हटाया जाएगा। इनके स्थान पर डेकोरेटिव पोल लगाए जाएंगे, ताकि बाहर से आने वाले लोगों को सुखद अनुभव महसूस हो। इसके अलावा अन्य कई जगहों पर 49.80 लाख रुपए की लागत से एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी।


नवंबर 2011 में शहर के एक ठेकेदार ने तत्कालीन नप अधिकारियों व एक राजनेता से मिलीभगत करते हुए बिना किसी टेंडर और वर्क आर्डर के बेगू रोड रे पर शाह सतनाम सिंह चौक से लेकर पुराने डेरा सच्चा सौदा तक करीब 70 बिजली के खंभे लगा दिए थे। इस कार्य का न तो नप ने कोई टेंडर निकाला था और न ही वर्क आर्डर जारी किया। खंभे लगाने के बाद ठेकेदार ने नगर परिषद से इसके भुगतान की मांग की। लेकिन टेंडर और न ही वर्क ऑर्डर होने के कारण ठेकेदार को पैसे का भुगतान नहीं हुआ। इसके बाद नगर परिषद ने इन खंभों को उखाड़ने के लिए ठेकेदार को निर्देश दिए। लेकिन ठेकेदार ने उखाड़ने से मना कर दिया। इसके विरोध में नगर परिषद ने एसडीएम कोर्ट में याचिका दायर की। ठेकेदार पक्ष ने कोर्ट में कहा कि नवंबर 2011 में नगर परिषद के तत्कालीन ईओ व पालिका सचिव ने राजनेता के मौखिक आदेश अनुसार इन खंभों का एस्टीमेट तैयार किया गया। जिसका करीब 40 लाख रुपए का एस्टीमेट बना था। एसडीएम कोर्ट में ठेकेदार पक्ष कोई साक्ष्य नहीं पेश कर पाया। एसडीएम कोर्ट ने नगर परिषद को निर्देश दिए थे कि इन खंभों को 15 दिनों के अंदर हटवाए, यदि ठेकेदार नहीं हटवाता तो नप इसे अपने खर्च पर हटवाए। जिसके बाद परिषद ने एसडीएम को पत्र लिखा था। जिस पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्ति करके पोल उखड़वाने के निर्देश दिए थे। ऐसे में ड्यूटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोल उखड़वाए गए।

आधा दर्जन कॉलोनियों को मिलेगी राहत

शाह सतनाम चौक से लेकर बीटय मिल्क प्लांट तक नई स्ट्रीट लाइटें लगने से आसपास की आधा दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों को राहत मिलेगी। कल्याण नगर, प्रीत नगर, परमार्थ कॉलोनी के लोगों महेंद्र कुमार, सुरेंद्र इन्सां, राजू इसां, जोगेंद्र इन्स्ों ने बताया कि कई सालों से रोड पर एक भी लाइट नहीं थी। अब नई लाइटें लगने से वार्ड में स्ट्रीट लाइट्स की समस्या खत्म हो जाएगी। वार्ड पार्षद भी कई बार लाइटों की समस्या को लेकर की बैठक में मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन आज तक लाइटें नहीं मैं लगाई जा सकीं।