OpsBreaking

सिरसा जिले के 13 पी एच सी में लगेगी नई सीबीसी मशीन, मरीजों को मिलेगी सुविधा

सिरसा जिले के 13 पी एच सी में लगेगी नई सीबीसी मशीन, मरीजों को मिलेगी सुविधा
 
sirsa district govt

मरीजों को अब रक्त जांच कराने के लिए दूर-दराज अस्पतालों में नहीं भटकना पड़ेगा। उनकी सुविधा के लिए जिले की 13 पीएचसी में कंप्लीट ब्लड काउंट्स (सीबीसी) जांच मशीनें आएंगी। जिनको इसी सप्ताह इंस्टॉल कराया जाएगा। जिससे मरीजों को रक्त की जांच कराने के लिए सीएचसी या जिला अस्पतालों तक नहीं आना पड़ेगा। नजदीक और कम समय में रक्त जांच के बाद मरीज तुरंत उपचार ले सकेगा। जबकि इससे पहले जीएच सिरसा में 3 और सीएचसी में 7 सीबीसी मशीनें हैं। जहां प्रतिदिन 450 से अधिक मरीज रक्त की जांच कराने के आते हैं। सैंपल की तादाद बढ़ने से अनेक मरीज बिना जांच कराए लौटते थे। जिला अस्पताल में साढ़े 12 बजे बाद सैंपल नहीं पकड़े जाते हैं।

लंबी लाइन में लगने को मजबूर नहीं होंगे मरीज

जिले नागरिक अस्पताल में रोजाना करीब 900 मरीज आते हैं। इनमें सबसे अधिक मरीज सामान्य ओपीडी के होते हैं। जिनमें 50-70 मरीज लीवर और किडनी के होते हैं। जिनको चिकित्सक लीवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) और किडनी फंक्शन टेस्ट (केएफटी) लिखते हैं। सीबीसी जांच के दौरान मरीज में हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स, डब्ल्यूबीसी और इंफेक्शन सहित कई प्रकार की कमियों का पता चलता है। पीएचसी में सीबीसी मशीनें लगने से जिला अस्पतालों की लैब में भीड़ कम जुटेगी।

इन स्वास्थ्य केंद्रों में लगेगी सीबीसी मशीन

जिले के ओढ़ां सीएचसी सहित गांव भावदीन, गंगा, गोरीवाला, केहरवाला, पनिहारी, पत्रीवाला मोटा, रंधावा, चत्तरगढ़ पट्टी, अर्बन पीएचसी डबवाली व सिरसा के हुड़ा डिस्पेंसरी सहित 13 केंद्रों में सीबीसी मशीनें इसी सप्ताह पहुंच जाएंगी।

मशीन से होगी 18 तरह की खून जांच

उपसिविल सर्जन डॉ. गौरव अरोड़ा ने बताया कि सीबीसी मशीन से खून के नमूने की 17 तरह की जांच होगी। इसमें लाल रक्त कोशिका (आरबीसी), हीमोग्लोबिन (एचजीबी), हेमेटोक्रिट (एचटीसी), माध्य कणिका आयतन (एमसीवी), माध्य कणिका हीमोग्लोबिन (एमसीएच), मीन कॉर्पसकुलर हीमोग्लोबिन कंसंट्रेशन (एमसीएचसी), आरडीडब्ल्यू-सीवी, आरडीडब्ल्यू-एसडी, प्लेटलेट काउंट परीक्षण (पीएलटी), मीन प्लेटलेट वॉल्यूम (एमपीवी), प्लेटलेट वितरण चौड़ाई (पीडीडब्ल्यू), प्रो कैल्सिटोनिन (पीसीटी), प्लेटलेट-लार्ज सेल अनुपात (पीएलसीआर), पी-एलसीसी समेत अन्य जांच होती हैं। यह जांच की सुविधा जीएच और सीएचसी में पहले से उपलब्ध हैं, जबकि अब पीएचसी लेवल पर मिलने से मरीजों को ओर राहत मिलेगी।