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चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में हवन कर सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का किया शुभारम्भ

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में हवन कर सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का किया शुभारम्भ
 
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय

जींद में चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में उच्चतम शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा प्रायोजित साप्त दिवसीय 'राष्ट्रीय एकता शिविर' का शुभारम्भ हवन कर किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय सहसंघटक स्वदेशी जागरण मंच से सतीश ने शिरकत की।


उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वयंसेवक समाज में अपनी अहम भूमिका अदा करता है। स्वयंसेवक स्थानीय स्तर पर समाज सेवा के कार्यों में भाग लेते हैं, जैसे गरीबों की मदद करना, जरूरतमंदों को खाना, कपड़े और शिक्षा प्रदान करना। वे सामुदायिक विकास कार्यों जैसे सड़क निर्माण, सफाई अभियान, जल संरक्षण और पौधारोपण में योगदान देते हैं।

स्वयंसेवक स्वास्थ्य शिविर, टीकाकरण अभियान, रक्तदान शिविर और अन्य स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों में लोगों को प्रोत्साहित करते हैं। वे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता की आदतों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं। वे शिक्षा के महत्व को समझाते हैं और साक्षरता अभियान चलाकर गरीब और अशिक्षित लोगों को पढ़ाने का काम करते हैं।

स्कूलों और ग्रामीण इलाकों में बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना भी उनकी जिम्मेदारी होती है। स्वयंसेवक पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करते हैं और पर्यावरण-संरक्षण अभियान जैसे पौधारोपण, जल संरक्षण और प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं। वे लोगों को सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करते हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करते हैं।

वे सभी जाति, धर्म और वर्ग के लोगों के प्रति समान व्यवहार की भावना को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं। इस शिविर की अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति कर्नल डॉ. रणपाल सिंह ने की। उन्होंने कहा कि यह चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के लिए एक गौरव का विषय है कि यहां पर राष्ट्रीय स्तर के इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो. लवलीन मोहन ने कहा कि एनएसएस का आदर्श वाक्य "नो मी बट यू" है, जो यह दर्शाता है कि व्यक्तिगत लाभ से ऊपर उठकर समाज की सेवा करना मुख्य लक्ष्य है। एनएसएस के माध्यम से छात्रों को नेतृत्व कौशल, सामूहिक कार्य, और सेवा का अनुभव मिलता है, जिससे उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता होती है। कार्यक्रम के सयोजक डॉ. जितेन्द्र कुमार ने बताया कि इस कैप में दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, पंजाब समेत सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय के 100 स्वयंसेवक और हरियाणा के सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय 100 स्वयंसेवक ने हिस्सा लिया।