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सिरसा में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई, रानियां में रणजीत सिंह चौटाला ने किया कार्यालय का उद्घाटन

सिरसा में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई, रानियां में रणजीत सिंह चौटाला ने किया कार्यालय का उद्घाटन
 
ranjit singh chautala

सिरसा में विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। रानियां से पूर्व विधायक व पूर्व ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला ने भाजपा से टिकट न दिए जाने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीवन नगर मार्ग पर कार्यालय का उद्घाटन किया।

इससे पहले उन्होंने एक मंदिर व नामधारी गुरुद्वारा में जाकर माथा टेकर मन्नत मांगी। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों के दौरान हल्का के प्रत्येक गांवों में निरंतर दौरे किए तथा लोगों के दुख तकलीफ में शामिल हुए ।

20 निर्दलीय उम्मीदवार जीतेंगे चुनाव- चौटाला

उन्होंने भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में 20 निर्दलीय उम्मीदवार विजयी होंगे। राष्ट्रीय पार्टियां उनके दरवाजे पर जाकर नाक रगड़ेगी और कहेंगे कि उनका समर्थन लेकर सरकार बनाएं।

उन्होंने कहा कि उम्र के लिए उनका यह आखिरी चुनाव है, इस चुनाव में उनकी लाज रखना इसके बाद उनके पोते ओर बेटे ही चुनाव लड़ेंगे ।

चौटाला ने कहा कि चौधरी देवीलाल ने हमेशा शांति प्रियता की राजनीति की है और उनका परिवार भी इसी तरह शांति प्रियता के साथ राजनीति में अग्रणी रहेगा ।

रणजीत चौटाला बणी के लिए रवाना

पूर्व ऊर्जा मंत्री के इस कार्यक्रम में 15 हजार से अधिक की भीड़ पहुंचने की उम्मीद लगाई जा रही थी। लेकिन बहुत कम लोगों ने शिरकत की। कार्यक्रम के बाद पूर्व ऊर्जा मंत्री जीवन नगर से होते हुए बणी में होने वाले विशाल कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए ।


हरियाणा में पूर्व उपप्रधानमंत्री के पोते ने BJP छोड़ी: इनेलो में गए, डबवाली से चुनाव लड़ेंगे; मंच पर रो पड़े, बोले- मेरे सपने टूट गए

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल इनेलो में शामिल हो गए है। रविवार, 8 सितंबर को उन्होंने चौटाला गांव में अपने समर्थकों के बीच इसका ऐलान किया। वह डबवाली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। कल वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

वह भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में नाम न आने पर बागी हो गए थे। इसके बाद उन्होंने हरियाणा सरकार में चेयरमैन का पद छोड़ दिया। फिर उन्होंने इनेलो सुप्रीमो पूर्व CM ओपी चौटाला से मुलाकात की। उनका आशीर्वाद लेने के बाद अभय चौटाला ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया।

आदित्य देवीलाल ने कहा कि हम डबवाली से जीत के लिए लड़ेंगे। यह जीत मेरी नहीं आप लोगों की जीत होगी। यह जीत हरियाणा में नई कहानी लिखेगी। आप लोगों को एक सोच के साथ जोड़ने के लिए यहां आए हैं। मैं आपकी सेवा में 10 साल से हाजिर था और आगे भी हाजिर रहूंगा।

इस दौरान मंच पर ही आदित्य फूट-फूट कर रो पड़े। वह कह रहे थे, 'मेरे सारे सपने टूट चुके हैं। मैं टूट गया हूं।'


अभय चौटाला बोले- मैंने कहा था निक्कर वाले किसी के नहीं

अभय चौटाला ने कहा कि हम दोनों भाई पहले भी साथ थे। बस राजनीतिक तौर पर अलग थे। मैं इसको पहले कहता था निक्कर वाले किसी के साथ नहीं हैं। चौधरी देवीलाल हमेशा एक बात कहते थे, किसी पर भरोसा कर लेना, लेकिन इन निक्कर वालों पर भरोसा मत करना। आदित्य के साथ भाजपा ने बहुत बड़ा धोखा किया है। इसका नाम सिर्फ इसलिए काट दिया क्योंकि यह देवीलाल का पोता है।

इनको यह डर था कि यह असेंबली में आएगा तो चौधरी देवीलाल के नाम की ताकत और बढ़ेगी। भाजपा की यह गलतफहमी थी कि देवीलाल के परिवार को कोई असेंबली में जाने से रोक सकता है।

अभय ने बिना नाम लिए JJP नेता और भतीजे दिग्विजय पर निशाना साधते हुए कहा कि आज की भीड़ देखकर दूसरों की हालत खराब हो जाएगी। कल आदित्य नामांकन भरेगा तो इससे भी 3 गुना ज्यादा भीड़ आएगी।

2019 में हार गए थे आदित्य चौटाला

आदित्य चौटाला 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। साल 2019 में उन्हें हरियाणा स्टेट कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लिमिटेड (HSCARDB) का चेयरमैन बनाया था। आदित्य ने 2019 विधानसभा चुनाव में डबवाली से ही भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह कांग्रेस के अमित सिहाग से चुनाव हार गए थे।