राम रहीम सिंह 20 दिन की पैरोल लेकर जेल से बाहर आया राम रहीम ने नामचर्चा में भाग लेने के लिए संगत को संदेश भेजे
हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहली बार चुप्पी साधे बैठे डेरा सच्चा सौदा फिर सुर्खियों में आ गया। रोहतक सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां 20 दिन की पैरोल लेकर बाहर आ गया है। वह पहले की तरह यूपी स्थित डेरे में ही रहेगा।
राम रहीम की पैरोल को चुनाव में किसी राजनीतिक दल को समर्थन देने से जोड़कर देखा जा रहा है। डेरा प्रमुख के जेल से बाहर आते ही डेरा की सूचना कमेटियों ने हरियाणा की संगत को 3 अक्टूबर के दिन अलग अलग जगह ब्लॉक स्तरीय नामचर्चा करने का आदेश दिया है। हर ब्लॉक में नामचर्चा होगी। सभी को मैसेज भेजे जा रहे हैं। कयास हैं कि इस नामचर्चा में डेरा से सभी को एकजुट रहने का इशारा मिल सकता है। इस संबंध डेरा प्रवक्ताओं, अन्य ने चुप्पी साध रखी है।
2014 के विधानसभा चुनाव में डेरा सच्चा सौदा की सियासी विंग ने प्रत्यक्ष तौर पर भाजपा को समर्थन दिया था। मगर डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम इन्सां ने पिछले साल मार्च में राजनीतिक विंग को भंग कर दिया था राजनीतिक विंग को फिर से गठित नहीं किया गया इससे पहले राजनीतिक विंग ही चुनाव को लेकर सक्रिय रहे।
10 जिलों में लाखों संगत होने का दावा करता रहा है डेरा
एक साल पहले तक सक्रिय रही डेरा सच्चा सौदा की राजनीतिक विंग की ओर से हरियाणा के 10 से 12 जिलों में लाखों की संगत होने का दावा किया जाता रहा है। विंग दावा करता है कि हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, हिसार, कुरुक्षेत्र चरखी दादरी, करनाल, पानीपत, अंबाला, भिवानी जिला की 30 से 32 सीटों पर प्रभाव रखता है।
2017 में 2 साध्वियों के यौन शोषण केस में दोषी ठहराया गया था
राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को 2 साध्वियों के यौन शोषण में दोषी ठहराया था। उसी साल 27 अगस्त को उसे गिरफ्तार किया गया। इस केस में 28 अगस्त 2017 को उसे 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। जब से वह रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। 11 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में दोषी ठहराया गया। 17 जनवरी 2019 को उम्रकैद की सजा हुई। उसे 2021 में रणजीत सिंह हत्याकांड में दोषी ठहराते हुए उम्रकैद दी गई थी। हालांकि इसी साल 28 मई को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले में उसे बरी कर दिया।
भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली बोले- इसका चुनाव से संबंध नहीं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने कहा- ये चाहे कोई धर्म का मामला हो या फिर साधु संतों का, कांग्रेस के लोग ऐसे हैं जो राम को भी नहीं मानते। इनका कोई सिद्धांत नहीं है। आज चुनाव चल रहे हैं, सर्वोच्च न्यायालय हो या दूसरा न्यायालय, जब कोई फैसला लेती है तो चुनाव से इसका कोई संबंध नहीं होता। थोड़ी दिन पहले भी उनकी पैरोल हुई थी, उस पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए थे।
ईसीआई को पत्र लिखकर कांग्रेस ने किया था पैरोल का विरोध
कांग्रेस ने राम रहीम की पैरोल का विरोध करते हुए भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) को पत्र लिखा था। कहा था कि राम रहीम जेल से बाहर आया तो चुनाव को प्रभावित कर सकता है। उसे आचार संहिता के दौरान पैरोल न दी जाए। एआईसीसी के लीगल सेल के केसी भाटिया की ओर से यह चिट्ठी लिखी गई थी