ई दिशा केंद्र पर ऑनलाइन पेमेंट का प्रावधान शुरू, तहसील में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए प्रशासन की नगद भुगतान को समाप्त करने की पहल बनी मुसीबत
HARYANA NEWS: ई दिशा केंद्र में पिछले सप्ताह से ऑनलाइन फीस स्वीकार की जा रही है। ऐसे में कीपैड मोबाइल वाले वृद्धजनों को आवेदन के लिए भुगतान करने से पहले एंड्राइड मोबाइल और नेट बैंकिंग इस्तेमाल करने वाले युवाओं को तलाशना पड़ रहा है। फिर फीस भुगतान कर उनके आवेदन हो रहे हैं।
दरअसल तहसील में भ्रष्टाचार रोकने के लिए नगद भुगतान बंद कर दिया गया है। जिससे अब सिर्फ पूर्ण रूप से ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार की जा रही है। इसके लिए क्यूआर कोड जारी किए गए हैं वहीं, डेबिट कार्ड से पीओएस मशीनों पर फीस जमा करवाई जा रही है। ऐसे में जहां एक तरफ युवाओं को फीस भरने में आसान लग रही है तो वहीं दुसरी तरफ वृद्ध व निरक्षरों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है।
ई दिशा केंद्र में नकल फार्म, फर्द, रजिस्ट्री व अन्य काम के लिए आ रहे लोगों में बुजुर्ग व अशिक्षित किसानों को फीस की ऑनलाइन पेमेंट करने में तकलीफ हो रही हैं। प्रशासन द्वारा क्यूआर कोड जारी किया गया है साथ ही ई दिशा केंद्र में सभी काउंटर पर 12 पीओएस मशीनें लगाई गई है। जिससे डीआईटीएस सिरसा के अकाउंट में सीधी पेमेंट जमा होती है। एक ओर जहां कर्मचारियों को रोजाना बैंकिंग करवाने का काम खत्म हो गया है वहीं युवाओं में रुचि बढ़ रही है।
जिन लोगों के पास कीपैड फोन होता है, वृद्ध है और निरक्षर है ऐसे लोगों को सबसे ज्यादा समस्या हो रही है। जिसके चलते लोगों ने ऑनलाइन फीस के साथ-साथ ऑफलाइन पेमेंट लेने का ऑप्शन के जारी किए जाने की मांग उठाई है।
60 वर्षीय गुरमीत सिंह निवासी गांव मौजगढ़ ने बताया कि उसे अपनी लिमिट बनानी है। जिसके चलते वह ई दिशा केंद्र गया था। वहां पर क्यूआर कोड से ऑनलाइन पेमेंट ली जाती है लेकिन उनके पास कीपैड फोन है। जिस कारण ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन के साथ-साथ ई दिशा केंद्र में ऑफलाइन भी पेमेंट का ऑप्शन जारी किया जाए। ताकि इस बदलाव से असाक्षर लोगों को सुविधा हो सके।
65 वर्षीय पृथ्वी राज निवासी गांव मौजगढ़ ने बताया कि वह सुबह ई दिशा केंद्र में जमाबंदी लेने के लिए आया था और जब वह नकल फार्म की फीस 20 रुपए देने लगा तो वहां बैठे कर्मचारी ने कहा कि 20 रुपए आपको ऑनलाइन पेमेंट करनी होगी। उसने बताया कि उसके पास तो कीपैड वाला मोबाइल है और टच फोन उसे चलाना नहीं आता। अब पेमेंट कैसे करें या फिर इस काम के लिए गांव का कोई आदमी ढूंढना पड़ेगा।