किसानों में हाथापाई के बाद पुलिस पहरे में दी डीएपी
जिले में सरसों बिजाई का सीजन है, मगर डीएपी खाद की किल्लत गहराने से अत्रदाता बेहद परेशान हैं। खेतों में कामकाज छोड़ सैकड़ों किसान मंगलवार को डीएपी के लिए लाइनों में लगे थे। अलसुबह आईपीएल सेवा केंद्र के बाहर लाइनें लगी थी। जहां किसानों में आपसी कहासुनी के बाद हाथापाई हुई, जिसके बाद दुकानदारों पर चहेतों को टोकन देने के अलावा मनमानी के आरोप लगाए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसान लाइनों में खड़े हैं, लेकिन दुकानदार शटर गिराकर गायब हैं। मामला बढ़ते देख पुलिस बुलानी पड़ी। हंगामे के बीच टोकन बांटने के प्रयास हुए, कृषि विभाग में क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अमित कुमार भी मौके पर पहुंचे। इसके बावजूद अव्यवस्था के चलते अनेक किसान बैरंग लौट गए थे।
आज मात्र 500 एमटी स्टॉक, देर रात तक किया गया टोकन वितरण
जिले में करीब 78 हजार हेक्टेयर रकबा में सरसों और 2 लाख 96 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में गेहूं की खेती होती है। जिसमें सीजन की 49 हजार मीट्रिक टन डीएपी की इस्तेमाल होता है। जिसमें फिलहाल जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के पास केवल 500 मीट्रिक टन स्टॉक है। हालांकि बीते दिवस आईपीएल की 2 हजार एमटी (4 हजार बैग) खाद पहुंची। उसमें 200 एमटी स्टॉक अनाज मंडी सिरसा और 1800 एमटी ग्रामीण क्षेत्रों के 18 खाद विक्रेता के पास पहुंचा। मगर सैकड़ों किसान सुबह अनाज मंडी
सिरसा के आईपीएल सेवा केंद्रों के बाहर लाइन में लगे थे। जहां देर रात्रि तक बार- बार टोकन वितरण और आपसी कहासुनी जैसे मामले सामने आ रहे थे। जहां पुलिस के जवान तैनात थे। उनके पहरे में खाद का वितरण किया गया।