पुलिस कर्मियों को 21 से उच्च स्तरीय शस्त्र संचालन प्रशिक्षण, इमीग्रेशन फ्रॉड पर सख्ती
पुलिस कर्मियों को 21 से उच्च स्तरीय शस्त्र संचालन प्रशिक्षण, इमीग्रेशन फ्रॉड पर सख्ती
Oct 15, 2024, 08:24 IST

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि जिलों में तैनात अच्छे युवा पुलिसकर्मियों का साक्षात्कार कर चयन होगा, अलग-अलग बैच बनेंगे। फिर उन्हें शस्त्र चलाने का उन्नत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस मुख्यालय से भी कोर्स डिजाइन करके जिलों में भिजवाया है। इस दौरान उन्हें सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। पुलिस अधीक्षक कोर्स को अपने जिले की स्थानीय समस्याओं के अनुरूप भी डिजाइन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण 7 से 10 दिन का होना चाहिए। पुलिस अधीक्षक यह ट्रेनिंग 21 अक्टूबर से शुरू करवाना सुनिश्चित करें। इससे जिलों में अपनी अच्छी
स्वॉट टीम भी तैयार होगी जो हिंसक अपराध नियंत्रण में प्रभावी तरीके से कार्य करेगी। प्रशिक्षण के लिए एचपीर मधुबन तथा पीटीसी सुनारिया के प्रशिक्षण केंद्रों का भी चयन किया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे क्षमता निर्माण के लिए अच्छे से अच्छा हथियार/उपकरण भी उपलब्ध करवाएं। उन्होंने 5-6 जिलों में पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अवैध इमीग्रेशन फ्रॉड के सख्ती रखे। साथ में रिपोर्ट भेजे। डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों से 31 दिसंबर तक जिलों के गांवों तथा वाडों को नशामुक्त बनाने के लिए स्वयं के लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक नशामुक्ति को लेकर थाना अनुसार टीम बना लें। टीम के सदस्य डोर टू डोर जाएं।
स्वॉट टीम भी तैयार होगी जो हिंसक अपराध नियंत्रण में प्रभावी तरीके से कार्य करेगी। प्रशिक्षण के लिए एचपीर मधुबन तथा पीटीसी सुनारिया के प्रशिक्षण केंद्रों का भी चयन किया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे क्षमता निर्माण के लिए अच्छे से अच्छा हथियार/उपकरण भी उपलब्ध करवाएं। उन्होंने 5-6 जिलों में पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अवैध इमीग्रेशन फ्रॉड के सख्ती रखे। साथ में रिपोर्ट भेजे। डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों से 31 दिसंबर तक जिलों के गांवों तथा वाडों को नशामुक्त बनाने के लिए स्वयं के लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक नशामुक्ति को लेकर थाना अनुसार टीम बना लें। टीम के सदस्य डोर टू डोर जाएं।