पेट्रोल पंप के बैंक अकाउंट फ्रीज, दो युवकों ने खाते में पेमेंट डलवाइ और नगद ले गए, जाने पूरा मामला
बढ़ रही साइबर क्राइम की वारदातों में एक और मामला सामने आया है। इस बार एक पैट्रोलपंप संचालक चपेट में आया है। हालांकि अभी मामले की पुलिस जांच कर रही है।
मगर पंप संचालक का कहना है कि दो युवक उनके बैंक खाते में ऑनलाइन पैसे डलवा रहे थे। अब गुजरात पुलिस, हिसार पुलिस और श्रीगंगानगर की पुलिस ने उनके बैंक खाते फ्रिज कर दिए हैं। तब उन्हें पता लगा कि कुछ गड़बड़ है। पंप संचालक ने खाते में ऑनलाइन पैसे डलवाने वाले दोनों युवकों को पुलिस के हवाले किया।
मामला साइबर ठगी से जुड़ा होने के शक में पुलिस ने फिलहाल इस मामले की जांच करने की बात कही है। ऐसे में युवकों से केवल प्राथमिक पूछताछ की गई है। बाद में उन्हें दोबारा बुलाने की बात कहकर छोड़ दिया है। दरअसल दिल्ली पुल के पास श्याम फीलिंग स्टेशन के संचालक गुरप्रीत ने बताया कि उनके पास दैयड़ और जंडवाला गांव के दो युवक आए थे।
दोनों हमारे सेल्जमैन के परिचित थे।
इसलिए उन्होंने बताया कि उन्हें कई बार नकदी की जरूरत पड़ जाती है। हम आपके खाते में ऑनलाइन पेमेंट डाल देंगे। आप नकद दे देना। परिचित समझते हुए और हमें भी आगे आरटीजीएस करवानी होती है। इसलिए हमने हां भर दी। पिछले 20-25 दिन में कोई चार पांच लाख का लेनदेन हुआ था। तभी उनके खाते को फ्रिज कर दिया।
जबकि दो खातों में पेमेंट होल्ड हो गई। पता करने हिसार, गुजरात और श्रीगंगानगर पुलिस की ओर से बैंक खाता फ्रिज करवाने की बात आई। उन्हें शक है कि खातों में पैसे साइबर फ्राड के जरिए आ सकते हैं। इसलिए हमने दोनों युवकों को पुलिस के हवाले किया है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है। साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस लगातार आमजन को जागरूक कर रही है। फिर भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। अब तक जिला में दो साल के दौरान करीब 80 केस साइबर थाना में दर्ज हो चुके हैं। जिसमें पुलिस ने 90 आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए हैं। कई मामलों में ठगी की गई रकम को पुलिस ने अपने प्रयास से होल्ड करवाया है।