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अब दो दिन धान की नहीं होगी खरीद, मार्केट कमेटी ने 31 फर्मों को जारी किया नोटिस

अब दो दिन धान की नहीं होगी खरीद, मार्केट कमेटी ने 31 फर्मों को जारी किया नोटिस
 
मार्केट कमेटी ने 31 फर्मों को जारी किया नोटिस

धान खरीद की व्यवस्था में की जा रही अनदेखी के चलते अनाजमंडी अब धान से फुल हो गई है। उठान नहीं होने के कारण मंडियों के रास्ते भी जाम हो गए हैं। आढ़तियों ने रास्तों में ही धान की ढेरियां लगवानी शुरू कर दी। रिहायशी लोगों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मंडी क्षेत्र के आवासीय इलाकों के लोगों ने शिकायत की तो मार्केट कमेटी प्रशासन की आंख खुली है। अब कागजी नौटंकी करते हुए सड़कों पर ढेरी लगाने वाली 31 फर्मों को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें तुरंत ढेरियां हटाने के आदेश दिए गए हैं।

मार्केट कमेटी के एक्शन में आने के बाद आढ़तियों ने भी आपात मीटिंग बुलाकर बड़ा फैसला लिया है। वर्णनीय है कि सिरसा अनाज मंडी में इन दिनों हालात बिगड़े हुए है। आने-जाने का रास्ता अवरूद्ध है। रास्ते अवरूद्ध होने के कारण न तो किसान अपनी उपज दुकानों तक पहुंचा पा रहे है और न ही धान की बोरियों का उठान हो पा रहा है। मंडी में यातायात व्यवस्था की बहाली के लिए पीली पट्टी होने के बावजूद अनेक जगह पर धान की ढेरियां लगाई हुई है। मार्केट कमेटी के सचिव की ओर से 31 फमों को सड़क पर ढेरियां करने पर नोटिस जारी किया है। निर्देश दिए गए है कि सड़क पर लगाई गई ढेरियों को हटाया जाए, अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
निर्णयः गुरुवार शाम को 5 बजे से 9 तारीख शनिवार रात 12 बजे तक कोई भी धान की ट्रॉली मंडी में नहीं आने दी जाएगी

मार्केट कमेटी विभाग के अधिकारी एक्शन में आते देखकर मंडी एसोसिएशन ने भी आपात बैठक बुलाई। बुधवार को जनता भवन परिसर मंडी प्रधान मनोहर मेहता की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। इस मीटिंग में एसोसिएशन पदाधिकारी, राइस मिलर्स, धान खरीदार और मजदूर यूनियन के प्रधान व सदस्य शामिल हुए। इस मीटिंग में जाम से निजात पाने के लिए सभी के सुझाव लिए गए और इन सुझावों पर विचार विमर्श करके यह निर्णय लिया है कि शुक्रवार व शनिवार को मंडी में धान की बोली पूर्णतया बंद रखी जाएगी और गुरुवार शाम को 5 बजे के बाव व 9 तारीख शनिवार रात 12 बजे तक कोई भी भरी हुई धान की ट्रॉली मंडी में नहीं आने दी जाएगी। केवल लोडिंग वाले वाहन ही मंडी में आ सकेंगे। ताकि मंडी को जाम की स्थिति से निजात दिलाई जा सके। सभी राइस मिलर्स और धान खरीददारों ने भी दो दिन किसी प्रका की खरीद न करने का विश्वास दिलाया और मजदूर यूनियन ने भी शुक्रवार व शनिवार को सख्ती से तोल बंद रखने का समर्थन किया।