एनएचएम एमडी के आदेशों से 14 हजार कर्मचारी निराश ,एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियम फ्रीज, आज जताएंगे विरोध

एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियम फ्रीज कर दिए गए हैं। इससे हरियाणा के करीब 14 हजार कर्मचारियों के वेतन से लेकर भत्तों तक पर असर पड़ेगा। मंगलवार को आदेश जारी होने के बाद कर्मचारी सीएम आवास पहुंचे और सीएम नायब सिंह सैनी को आदेश की प्रति सौंपी। वे अब इसके विरोध में बुधवार को जिला मुख्यालयों में आदेशों की प्रतियां फूंकेंगे। समाधान न निकला तो काली दिवाली मनाएंगे। इन कर्मचारियों के 2018 में सेवा नियम बनाए गए थे, ताकि उन्हें भी नियमित कर्मचारियों की तरह सुविधाओं के साथ आर्थिक लाभ मिलता रहे। इन आदेशों के साथ एनएचएम अधिकारियों को भेजे गए वित्त विभाग के दो पत्र भी जोड़े गए हैं।
जिनमें वित्त विभाग की ओर से लिखा गया है कि कर्मचारियों के 7वें वेतन आयोग को लागू करने की सिफारिश की गई है, लेकिन वेतन विसंगतियां हैं। इसलिए नया प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए। तब तक सेवा नियमों को फ्रीज किया जाए। वित्त विभाग के ये पत्र बीती जुलाई के हैं। जिन पर एनएचएम एमडी की तरफ से दीवाली से ठीक 2 दिन पहले अमल किया है। सूत्रों का कहना है कि बुधवार को सरकार स्तर पर इन आदेशों का कुछ समाधान निकाला जा सकता है, ताकि कर्मचारियों का गुस्सा शांत किया जा सके। बधाई देने गए थे, सेवा नियम फ्रीज होने से मिली
निराशाः स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष विपिन शर्मा व उपाध्यक्ष जगत विसला ने कहा कि वे मुख्यमंत्री को दिवाली की शुभकामनाएं देने पंचकूला गए थे, लेकिन उसी वक्त करीब 14,000 एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियम फ्रीज करने के आदेश जारी किए, जिससे निराशा हुई। अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करेंगे।
सुविधाओं पर ये असर पड़ेगा
कर्मचारियों को तीन श्रेणियों में बांटा हुआ है। श्रेणी-1 में प्रतिमाह 500 रुपए चिकित्सा भत्ता या 5% वार्षिक वेतन वृद्धि के साथ ईएसआई योजना के लाभ का प्रावधान है। श्रेणी-2 में मूल वेतन व महंगाई भत्ता तय किया था। श्रेणी-3 में मूल वेतन, महंगाई भत्ता व मकान किराया भत्ता मिलता है। इनके मूल वेतन में 3% वृद्धि शामिल है। सेवा नियम फ्रीज होने से सिर्फ निर्धारित वेतन मिलेगा। भत्ते नहीं दिए जाएंगे।