जींद की बेटी अनु ने 14 हरियाणा बटालियन में भाग लेकर DST में जीता स्वर्ण पदक, IGC के लिए हुआ चयन
जींद जिले में मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय की 15 हरियाणा बटालियन की एक होनहार छात्रा अनु ने 14 हरियाणा बटालियन के कैम्प में भाग लिया, जो बिलासपुर (यमुनानगर) में दस दिनों तक आयोजित किया गया। इस दौरान उसने अपनी अद्वितीय क्षमता और उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस कैंप का आयोजन एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) के तहत किया गया था, जिसमें कई बटालियनों से आए छात्रों ने भाग लिया।
इस कैंप का उद्देश्य कैडेट्स की शारीरिक, मानसिक और नेतृत्व क्षमता को विकसित करना था। विभिन्न प्रकार की गतिविधियों और प्रतिस्पर्धाओं में शामिल होकर छात्र-छात्राएं अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं और देश की सेवा के लिए तैयार होते हैं। कैंप में नेतृत्व के गुण, टीम वर्क, आत्म-संयम और अनुशासन को प्राथमिकता दी जाती है, जो एनसीसी के मुख्य सिद्धांतों में शामिल हैं।
इस दस दिवसीय कैंप के दौरान, 15 हरियाणा बटालियन की छात्रा अनु ने विशेष रूप से DST (ड्रिल एंड स्किल टेस्ट) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया। DST एक कठिन प्रतिस्पर्धा होती है जिसमें छात्रों को शारीरिक फिटनेस, सटीकता, अनुशासन और मानसिक धैर्य का प्रदर्शन करना होता है। छात्रा की मेहनत, समर्पण और अनुशासन ने उसे इस चुनौतीपूर्ण प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अलावा, इस कैंप में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर छात्रा का IGC (इंटर ग्रुप कंपटीशन) के लिए चयन हुआ। IGC एनसीसी के सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक है, जहां विभिन्न बटालियनों से चुने गए श्रेष्ठ कैडेट्स अपनी-अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं। यह प्रतियोगिता 2 नवंबर 2024से 2 फरवरी 2024 तक रोपड़ (पंजाब) में आयोजित की जाएगी। इसमें विद्यालय की छात्रा अनु को अपनी बटालियन और राज्य का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा।
IGC में चयन होना छात्रा के लिए एक बड़े गर्व की बात है, क्योंकि इसमें देशभर से प्रतिभाशाली और मेहनती कैडेट्स हिस्सा लेते हैं। यह प्रतियोगिता न केवल छात्रों की शारीरिक और मानसिक क्षमता का परीक्षण करती है, बल्कि उन्हें देशभक्ति, नेतृत्व और अनुशासन के गुणों को विकसित करने का मौका भी देती है। छात्रा की इस उपलब्धि से 15 हरियाणा बटालियन और विद्यालय बहुत गर्वित हैं।
प्रबंध समिति अध्यक्ष संदीप दहिया और प्राचार्य रविंद्र कुमार जी ने छात्रा को उसकी इस बड़ी सफलता के लिए बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह गोल्ड मेडल और IGC में चयनित होना न केवल छात्रा के लिए, बल्कि पूरी बटालियन के लिए सम्मान की बात है। यह छात्रा की कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण का परिणाम है, जिसने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया।
विद्यालय प्राचार्य ने यह भी कहा कि इस प्रकार के कैम्प्स और प्रतिस्पर्धाएं छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह न केवल उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत बनाती हैं, बल्कि उनमें नेतृत्व के गुण भी विकसित करती हैं, जो भविष्य में देश की सेवा में काम आते हैं। छात्रा की इस उपलब्धि से न केवल उसके माता-पिता, बल्कि उसके शिक्षकों और प्रशिक्षकों को भी गर्व महसूस हो रहा है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि IGC में भी छात्रा अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन को जारी रखेगी और और अधिक पुरस्कार जीतकर लौटेगी। विद्यालय प्रशासक श्री वी पी शर्मा और हैड कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र कुमार जी ने कहा कि यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि यदि किसी लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण, मेहनत और दृढ़ संकल्प हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। पन्दरा हरियाणा बटालियन की इस छात्रा ने अपनी लगन, मेहनत और अनुशासन के बल पर यह सिद्ध कर दिया है कि मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।