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विधानसभा चुनाव में इनेलो को 4.14%, जजपा को 0.90% वोट मिले,इनेलो की मान्यता पर खतरा बढ़ा, जजपा की अगले विस चुनाव तक रह सकती है कायम

विधानसभा चुनाव में इनेलो को 4.14%, जजपा को 0.90% वोट मिले,इनेलो की मान्यता पर खतरा बढ़ा, जजपा की अगले विस चुनाव तक रह सकती है कायम
 
विधानसभा चुनाव में इनेलो को 4.14%, जजपा को 0.90% वोट मिले

15वीं हरियाणा विधानसभा के चुनाव मंगलवार 8 अक्टूबर को संपन्न हो गए हैं। भाजपा को 48 सीटों के साथ नई विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिल गया है, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें प्राप्त हुईं हैं। वहीं, मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दल इनेलो को 2 सीटें मिली हैं जबकि जजपा एक सीट भी नहीं जीत पाई। 3 निर्दलीय विधायक जीते हैं। इनेलो और जजपा को प्रदेशभर में सम्मानजनक वोट शेयर भी प्राप्त नहीं हुआ। इस बार चुनाव में इनेलो को 4.14% ही वोट मिले। उसके दो विधायक आदित्य चौटाला डबवाली विस सीट और अर्जुन चौटाला रानियां विधानसभा सीट से जीते हैं।

 इनेलो का प्रदेशभर में वोट शेयर 4.14% जबकि जजपा का 0.90% रहा है। इनेलो को पूरे प्रदेश में 5 लाख 75 हजार 192 वोट जबकि जजपा को 1 लाख 25 हजार 22 वोट ही मिले हैं। 4 महीने पूर्व जून 2024 में लोकसभा आम चुनाव के परिणामों में हरियाणा में इनेलो का वोट शेयर 1.74 % जबकि जजपा का 0.87% रहा था। इस सबके बीच इनेलो व जजपा को क्षेत्रीय दल के तौर पर प्राप्त मान्यता पर सवाल उठ रहे हैं।

चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण दोनों का हरियाणा में मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दल का दर्जा चुनाव आयोग द्वारा छीना जा सकता है।  चुनाव चिह्न (आरक्षण एवं आवंटन) आदेश, 1968, जैसा आज तक संशोधित है। राजनीतिक पार्टी को मान्यता प्राप्त राज्ययी (क्षेत्रीय दल के रूप में दर्जा प्राप्त करने और कायम रखने के लिए प्रदेश के विधानसभा आम चुनाव में न्यूनतम 6 प्रतिशत वोट और कम से कम दो सीटें (अर्थात विधायक) जीतना आवश्यक है अथवा विधानसभा की कुल सीटों की संख्या की न्यूनतम तीन प्रतिशत सीटें या तीन सीटें, जो भी अधिक हों, जीतनी जरूरी होती हैं।