आत्मनिर्भर हरियाणा पोर्टल पर एक क्लिक से मिलेगी संपत्ति व योजनाओं की जानकारी
प्रदेश में परिवार पहचान पत्र सबसे अहम दस्तावेज है। इसी जरिये विभिन्न योजनाओं के लाभ मिलते हैं। जिसको अब आत्मनिर्भर हरियाणा के नाम से माइग्रेट किया गया है। जोकि हरियाणा वासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। यह पोर्टल डिजिलॉकर - ऑनलाइन दस्तावेज भंडारण सुविधा की तरह काम करेगा। जिससे जिले में 3 लाख 66 हजार 270 परिवारों के 13 लाख 88 हजार 970 सदस्य लाभांवित होंगे।
पीपीपी की त्रुटियां दूर कराना आसान हो जाएगा। वहीं इस पोर्टल में कई ऐसे विकल्प मौजूद है जिनकी मदद से अगर आप सरकारी योजनाओं के पात्र हैं तो आपको इनका लाभ ऑटोमेटिक रूप से ही मिल जाएगा। यानी कि आपको अलग से कोई आवेदन नहीं करना पड़ेगा। संबंधित अधिकारी के अनुसार उक्त पोर्टल बीते शुक्रवार से माइग्रेट हो चुका है।
मुखिया से ओटीपी पूछने की नहीं पड़ेगी जरूरत
परिवार के मुखिया की अपेक्षा सदस्य के स्वयं के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओपी आएगा। ऐसे में परिवार के सदस्य को मुखिया से नोटी पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगे। सरल के माध्यम से बनবাং गए डोमिसाइल, आप प्रরণ पत्र, राशन कार्ड भी परिवार पहचान पत्र में ऑटोमेटिक रूप से ही अटैच हो जाएगा। ये दस्तावेज परिवार पहचान पत्र में सेफ रहेंगे।
बार-बार नहीं बनवाने होंगे दस्तावेज प
ऐसे में एक बार इस प्रकार के दस्तावेज बनवाने के बाद आपको बार-बार इन्हें नहीं बनवाना होगा। इतना ही नहीं, जन्म प्रमाणपत्र, विवाह प्रमाण पत्र इत्यादि के लिए आप सीधा ही आवेदन कर पाएंगे। पीपीपी में लगातार प्राप्त की गई योजनाओं का भी पूरा ब्योरा उपलब्ध रहेगा। वहीं पीपीपी में आय ज्यादा दिखाने, नाम व फोन नंबर गलत होने की अनेक शिकायतें आई।
फीड की जाएगी सारी जानकारी
पोर्टल में फैमिली आईडी खोलने पर कई ऑजान नजर आएंगे। संपत्ति विवरण पर क्लिक करने पर प्रॉपर्टी, वाहन की सूचना आदि सारा ब्योरा दिखाई देगा। आप पोर्टल पर यह भी देख पाएंगे कि बच्चे किस स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं और कौन सी कक्षा में है। यानि एक ही जगह सभी सुविधाएं व जानकारी फीड रहेगी।