हरियाणा विस चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने के लिए एकजुट हुए सर्व बीसी समाज ने 20 सदस्यीय कमेटी का किया गठन
पिछड़ा वर्ग किसी भी राजनैतिक पार्टी का पिछलग्गू नहीं है। यह कहना है सर्व पिछड़ा वर्ग समाज का। अपने अधिकारों, हितों एवं राजनीति भागीदारी को लेकर सर्व बीसी समाज जिला जींद के प्रबुद्ध नागरिकों की जींद स्थित बैरागी धर्मशाला में अहम बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में एकजुटता के साथ सर्व बीसी समाज की 20 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी में समाज सेवी चांदीराम जांगड़ा़, सत्यनारायण सैन, राजकुमार जोगी, बलवंत सिंह पांचाल, लोक सम्पर्क विभाग हरियाणा के रिटायर्ड डीआईपीआरओ सुरेन्द्र कुमार वर्मा, शिव कुमार रोहिल्ला, योगेश बैरागी, चन्द्रभान जांगडा़, महावीर डांगी, कपिल जोगी, भगवान सिंह धीमान पीपलथा, शमशेर ढाकल, श्यामलाल गुर्जर, बलबीर, दिलबाग, राजेन्द्र, संदीप घोघड़ियां आदि के भी नाम शामिल किए गए हैं।
यह कमेटी बहुत जल्द आगामी रणनीति बनाएगी और सफीदों एवं जींद विधानसभाओं सहित अन्य क्षेत्रों में बीसी ए के उम्मीदवार उतारने बारे फैसला लेगी। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग एकता जिन्दाबाद के नारे लगाकर बीसी समाज में जोश भरा गया और संगठन को मजबूत बनाने एवं एकता का परिचय भी दिया गया।
हरियाणा में राजनैतिक दलों द्वारा अति पिछड़ा वर्ग समाज को उचित प्रतिनिधित्व न देने से सर्व बीसी ए वर्ग में भारी रोष है और राजनीति में वर्षों से उपेक्षित इस वंचित समाज के साथ उचित भागीदारी न मिलने से लगातार अन्याय व शोषण होता रहा है। इसका खामियाजा बीसी ए की टिकट वितरण में अनदेखी करने वाले सम्बन्धित राजनैतिक दल को उठाना पड़ेगा और 5 अक्तूबर के विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से माध्यम से सम्बन्धित राजनैतिक दल को करारा जवाब मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि पूरे हरियाणा में अति पिछड़ा वर्ग की लगभग 32 प्रतिशत आबादी है और बीजेपी द्वारा घोषित 67 सीटों में से सिर्फ तीन सीटें बीसी ए को दी हैं जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। जींद जिला में बीसी वोटरों की सर्वाधिक संख्या होने के बावजूद भी सफीदों एवं जींद विधानसभाओं क्षेत्रों में से कोई भी सीट बीसी ए वर्ग को नहीं दी गई है जिस कारण बीसी समाज के लोगो में जबरदस्त व भारी रोष है। इसको लेकर सफीदों में 8 सितम्बर को बीसी ए समाज की अहम मीटिंग भी बुलाई गई है जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी।