हरियाणा में किसानों के लिए ख़ुशख़बरी, अब सड़कों पर नहीं नजर आएगा धान, प्रशासन कर रहा है ये तैयारी
Haryana News: हरियाणा में तीसरी बार BJP सरकार बनते ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा लगातार किसानों की फसलों पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। इस पहले उन्होंने लापरवाही बरतने वाले सो कर्मचारियों को भी सस्पेंड किया । मंडियों में धान की आवक तेज होने और उठान धीमा होने से किसानों को काफी Problem का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब किसानों को किसी हद तक राहत मिलने वाली है।
बता दे की किसानों की सोने जैसी फसल मंडियों के साथ-साथ सड़कों पर बिखरी पड़ी रहती है। जिसके चलते हर रोज किसान मंडी में अपनी फसलों के साथ अन्य वयस्थायों से भी काफी परेशान होता है। लेकिन अब प्रशासन ने इस मामले से निपटने के लिए कड़े इंतजाम कर रहा है। जिससे किसानों को राहत मिलने वाली है।
प्रशासन ने किसानों से की अपील
अधिक जानकारी के लिए बता दे की धान को सुखाकर मंडियों में लेकर आएं ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। अंबाला जिले में 2 लाख 44 हजार 922 टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से महज 32 हजार 280 टन का ही उठान हुआ है।
अधिकारियों का प्रयास है कि उठान होने पर किसानों को मंडियों में धान उतारने के लिए जगह मिल सकेगी। करनाल जिले में अब तक दो लाख 72 हजार 823 टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से खाद्य आपूर्ति विभाग ने एक लाख 76 हजार 32 टन धान, हैफेड ने 60 हजार 61 टन, हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन ने 36 हजार 730 टन धान खरीदा है।