किसान संगठन सदस्यों ने की एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर डीएपी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग
किसान संगठन सदस्यों ने मंगलवार को किसान नेता जसवीर सिंह भाटी व किसान यूनियन के खिलाफ डीएपी खाद व ब्लैक मेल करने के आरोपों को निराधार बताते हुए। डबवाली एसडीएम अर्पित संगल को ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की है।
किसान नेता जसवीर सिंह भाटी, भोला सिंह, मिट्ठ कंबोज, मनदीप सिंह, गुरतेज सिंह, बलदेव सिंह, लाभ सिंह, सर्वजीत सिंह, गुरमेल सिंह, सुरेश कुमार, परमजीत सिंह, बलविंदर सिंह व अन्य ने बताया 18 नवंबर 2024 को कंवर जीत सिंह निवासी गांव जोगेवाला व उसके साथियों ने जसवीर सिंह भाटी व किसान यूनियन सदस्यों के खिलाफ एसडीएम डबवाली को एक शिकायत दी थी जो निराधार व झूठी है।
उन्होंने कहा कि किसान यूनियन हमेशा शांति बना कर रखने में यकीन करती है। किसान यूनियन के साथियों के साथ प्रशासन के हुए समझौते को देखते हुए प्रशासन की ओर से जिस दुकान से खाद लेने को कहा गया वह उस दुकान में गए थे। 17 नवंबर 2024 को किसान यूनियन के 76 किसानों की लिस्ट व वहां किसानों द्वारा बनाई गई 100 किसानों की लिस्ट हैफेड की दुकान नंबर 125 पर मनोज कुमार मित्तल हैफेड की तरफ से व कृषि विभाग के कार्यकारी एसडीओ अमित कुमार शर्मा को 10 बजे लिस्ट सौंपी गई थी। जिस पर बाद किसानों को 3-3- बैग खाद देने का समझौता हुआ।
इसके बाद यूनियन सदस्यों की ओर से 5 बजे लाइनों के लिए बोला गया तो शिकायत कर्ता कंवरजीत सिंह अपने साथियों को लेकर आ गया और उसने यूनियन के खिलाफ नारेबाजी की व बुरा भला बोलने लग गया। जिसके बाद सोसाइटी में बचें 182 बैगों को तनाव की स्थिति को देखते हुए कार्यकारी एसडीओ अमित कुमार शर्मा द्वारा खाद का वितरण बंद करवा दिया गया। कंवर जीत सिंह द्वारा किसान यूनियन व जसवीर सिंह भाटी के खिलाफ लगाए गए 40 बैग डीएपी खाद उतारने के आरोप व दुकानदारों को ब्लैकमेल करने के आरोपी निराधार है जिसकी जांच की जाए।