चौटाला के बाद गांव दड़बा कलां का भी सियासत में बड़ा नाम, बैनीवाल परिवार की रही चौधर, 5 बार बने विधायक
गांव चौटाला के बाद अगर सियासत में बड़ा नाम व आता है तो वह गांव है दड़बा कलां। इस गांव में बैनीवाल परिवार की ही चौधर रहीं है। प्रदेश की राजनीति में दड़बा गांव ही मशहूर हो गया। वजह थी कि इस गांव की राजनीति पूरे हलके में छाई और सात चुनाव में से पांच बार विधायक इसी गांव से बने। दड़बा कलां विधानसभा सीट 1977 से 2005 तक अस्तित्व में रहा है। इस सीट से सर्वाधिक तीन बार विद्या बैनीवाल विधायक बनने में सफल रही हैं।
चौटाला सरकार में परिसीमन बदले और दड़बा कलां विधानसभा क्षेत्र को तोड़कर कई गांव फतेहाबाद व ऐलनाबाद में शामिल कर दिए गए। 1977 के पहले चुनाव में दड़बा कलां सीट से जगदीश बैनीवाल ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा। जगदीश बैनीवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी बहादुर सिंह को 4639 वोट से हराया था। 1982 के चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़ते हुए बहादुर सिंह ने 30572 वोट लेते हुए लोकदल के जगदीश बैनीवाल को 2589 वोट के अंतर से पराजित किया। जगदीश सिंह को 27983 वोट मिले। 1987 के चुनाव में जगदीश बैनीवाल की पत्नी
विद्या बैनीवाल ने लोकदल से चुनाव लड़ते हुए 52394 वोट लिए और कांग्रेस के बहादुर सिंह को 29131 वोट से हराया।
1991 के चुनाव में जनता पार्टी से चुनाव लड़ते हुए मनीराम रूपावास ने कांग्रेस के भरत सिंह बैनीवाल को 6043 वोट के अंतर से चुनाव हराया, जबकि हरियाणा विकास पार्टी से चुनाव लड़ रहे बहादुर सिंह को 7864 वोट ही मिले। 1996 के चुनाव में एसएपी से चुनाव लड़ते हुए विद्या बैनीवाल ने 36944 वोट लेते हुए हरियाणा विकास पार्टी के प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा को महज 194 वोटों के मामूली अंतर से चुनाव हराया। 2000 के चुनाव में विद्या बैनीवाल तीसरी बार दड़बा से विधायक बनने में सफल रहीं। इस चुनाव में विद्या बैनीवाल ने लोकदल से चुनाव लड़ते हुए 48338 वोट लेकर कांग्रेस के डॉ. केवी सिंह को पराजित किया।
6 विस क्षेत्र में जोड़े गए दड़बा हलका के गांव
नये परिसीमन के बाद 2005 में इस हलके के गांवों को छह हलकों में जोड़ दिया गया। इस हलके के गांवों को सिरसा, ऐलनाबाद, कालांवाली, फतेहाबाद, रतिया, रानियां विधानसभा क्षेत्र में जोड़ दिया। दड़बा कलां हलका खत्म होने से पहले कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बैनीवाल विजय हुए। इस चुनाव में भरत सिंह बैनीवाल ने इनेलो पार्टी की प्रत्याशी विद्या बैनीवाल को 11444 वोट से हराया था।
दडबा कला गांव से विधायक
1977 जगदीश बेनीवाल आजाद पार्टी से
1987 में विद्या बेनीवाल लोक दल पार्टी से
1996 विद्या बेनीवाल समता पार्टी से
2000 में विद्या बेनीवाल इनेलो पार्टी से
2005 में भारत सिंह बेनीवाल कांग्रेस पार्टी से