हरियाणा में झाबुआ जंगल में 10 दिनों से छिपा है टाइगर अभी तक हाथ नहीं आया क्या वह नए ठिकाने की तलाश में है।
हरियाणा के झाबुआ जंगल में कई दिनों से छिपा है बाघ वन विभाग की टीम पकड़ में नहीं आया ग्रामीणों में भयंकर बरकरार है दो-तीन दिन से बाघ की कोई गतिविधि कमरे में नहीं कैद हुई है वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि अब वह नए क्षेत्र की तलाश में है।
जिला अध्यक्ष अभिषेक मीणा ने 163 धारा लागू करते हुए आदेश जारी किया है कि बाघ के पंजों के निशान वाले स्थान पर पांच लोगों से ज्यादा एकत्रित न हो थाना व प्रशासन अधिकारियों को इलाके में सावधान रहने के लिए मुनादी करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
वन विभाग की टीम का कहना है कि बाघ एक ही स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं रह सकता ऐसे में वह अपना नया ठिकाना जरूर तलाश करेगा यही कारण है कि दो दिन से भबाघ की कोई भी मूवमेंट अभी तक कमरे में कैद नहीं है इससे पहले बाघ 1 दिन छोड़कर कमरे में कैद हो रहा था।
सरिस्का वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ दोबारा से सरिस्का के जंगल में आ सकता है बाघ कहीं भी हो वह धीरे-धीरे अपने ठिकाने की ओर जरूर पहुंचेगा जब साथ में है पहले रेवाड़ी में बाघ आया था तो उसे समय भी सरिस्का में धीरे-धीरे वापस आ गया था ऐसे में उम्मीद है कि बाघ वहां पर दोबारा जा सकता है अगर वह वहा नहीं पहुंचता है तो इनको पड़कर सरिस्का में छोड़ा जाएगा सरिस्का का टाइगर रिजर्व का बाघ एसटी 2303 करीबन 7 दिनों से झाबुआ जंगल में है और वह अभी वन विभाग की टीम के पकड़ में नहीं आ रहा है।