हरियाणा के सिरसा जिले में 30 गांव के किसानों को बांटी 25000 बैग यूरिया
कृषि विभाग में क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अमित कुमार ने बताया कि ऐसा मामला आने के बाद दुकानदार के विरूद्ध एक्शन लिया जाएगा। जिले में सरसों व गेहूं की खेती में 43 हजार मीट्रिक टन डीएपी और 110 एमटी यूरिया की जरूरत रहती है। डीडीए ऑफिस के रिकॉर्ड मुताबिक जिले में यूरिया खाद 85 हजार एमटी (करीब 18 लाख बैग) पहुंच चुके हैं। जिसमें 73 हजार एमटी खाद किसानों में सेल हो चुकी है। हालही में विभाग के पास 12 हजार एमटी स्टॉक पड़ा है। आगामी दो दिनों में यूरिया के और रैक लगने की संभावना होना बताया गया है। जिसके चलते कृषि विभागाधिकारियों ने इस सीजन यूरिया की किल्लत नहीं गहराने के दावे किए हैं। वहीं जिलेभर में 33 हजार एमटी (6 लाख 60 हजार बैग) डीएपी पहुंच चुकी है। इसके अलावा 4500 एमटी टीएसपी आई है।
दुकानदारों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग
जिले में फिलहाल यूरिया किल्लत जैसे हालात नहीं है, मगर प्राइवेट डीलर किसानों को खाद के साथ अन्य सामग्री बेच रहे हैं। किसानों के आरोप हैं कि यूरिया व डीएपी के साथ दुकानदार उनको नैनो यूरिया, सल्फर और पोटाश व अन्य पैकेट थोपते हैं। अनचाहे सामान से उनको आर्थिक नुकसान होता है, इसलिए किसान बलजिंदर कुमार, गुरप्रीत सिंह, नेजाडेला कला के सुंदरपाल ने कृषि विभागाधिकारियों से अनुरोध किया है कि दुकानदारों की ऐसो मनमानी पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए और किसानों को जायज दाम में यूरिया खाद उपलब्ध हो।
जल्द ही और लगेगा यूरिया का रैंक, मिलेगा पर्याप्त स्टॉक
जिला कृषि विभाग में क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 1 लाख 10 हजार एमटी यूरिया की जरूरत है। जिसमें 85 हजार एमटी पहुंचने के बाद 73 हजार एमटी खाद का वितरण हो चुका है। यूरिया की जिले में कोई किल्लत नहीं है। जल्द ही एक और रैक लगेगा और किसानों को पर्याप्त स्टॉक मिलेगा।