haryana news:मंडियों में 1.75 लाख टन धान की आवक, बिका 30 हजार टन ,सरकार-मिलर्स के बीच वार्ता बेनतीजा, आज फिर बैठक, बन सकती है सहमति
प्रदेश में धान की धीमी खरीद से किसान परेशान हैं। इसका बड़ा कारण मिलर्स का हड़ताल पर रहना है। सोमवार को चंडीगढ़ में मिलर्स की मांगों को लेकर धान खरीद से जुड़े अधिकारियों के साथ एक घंटे तक बातचीत हुई। इसमें कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। अब मंगलवार दोपहर बाद फिर से बैठक होगी।
मिलर्स का कहना है कि अभी तक बात सिरे नहीं चढ़ पाई है। मांगों का ज्ञापन अधिकारियों को दे दिया गया है। सरकार की ओर से मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, वी उमाशंकर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक मुकुल कुमार और हैफेड के एमडी जे गणेशन मौजूद रहे। मिलर्स की ओर से हरियाणा राइस मिलर्स एंड डीलर्स एसो. के प्रधान हंसराज सिंगला, ज्वैल सिंगला,राजेंद्र सिंह ढांड, प्रवीण अग्रवाल, दीपक सिंगला, विजय जैन, कैथल से सचिन मित्तल सहित अन्य मौजूद रहे।
दूसरी ओर प्रदेश की मंडियों में धान की आवक बढ़ने लगी है। अब तक करीब पौने दो लाख टन धान मंडियों में आ चुका है, लेकिन इसमें से महज 30 हजार टन धान की खरीद हो पाई है। यदि जल्द ही मिलर्स-सरकार के बीच सहमति नहीं बनी तो मंडियों में हालात और बिगड़ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार की ओर से इस संदर्भ में मंगलवार को निर्णय लिया जाएगा।