पेंशन बहाली संघर्ष समिति 28 जून को गरजेगी हरियाणा प्रदेश में, निकालेंगे आक्रोश मार्च

हरियाणा प्रदेश में पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए पेंशन आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। सर्वप्रथम जींद जिला 28 जून को इसकी शुरूवात करेगा। आक्रोश मार्च बैरागी धर्मशाला सफीदों रोड जींद से शहीदी स्मारक जींद तक निकाला जाएगा।
पेंशन बहाली संघर्ष समिति के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर और महिला विंग प्रभारी राजबाला कौशिक ने बताया कि संघर्ष समिति पिछले छह वर्षों से प्रदेश के एनपीएस कर्मचारियों की सबसे बड़ी मांग पुरानी पेंशन के लिए सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन कर चुकी है, परंतु सरकार पेंशन बहाली हेतु उचित दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही है, जिस कारण कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। इस कारण पूरे प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर पेंशन आक्रोश मार्च निकाला जाएगा और आने वाली 1 सितंबर को पंचकूला इक्कठे होकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा द्वारा प्रदेश भर में धरने, प्रदर्शन, भूख हड़ताल, रैलियां की जा चुकी हैं। पिछले वर्ष 19 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री आवास घेराव के बाद हरियाणा सरकार द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया था लेकिन 3 मार्च 2023 की पहली बैठक के बाद अब तक कमेटी की दोबारा कोई मीटिंग नहीं हुई है। सरकार के पास अभी भी समय है कि कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा हेतु पुरानी पेंशन को बहाल करे अन्यथा आने वाले समय में कर्मचारियों की नाराजगी भारी पड़ सकती है।
सांसद लेते हैं पेंशन तो कर्मचारी क्यों नहीं
अनूप लाठर ने कहा कि कर्मचारी किसी पूंजीपति परिवार से न होकर एक किसान, गरीब, मजदूर, छोटे दुकानदार और छोटे व्यापारी के परिवार से आता है जिसका बुढ़ापे में एकमात्र सहारा पुरानी पेंशन होता है।
उन्होंने कहा कि एक देश में दो विधान नहीं चलेंगे, विधायक और सांसद शपथ लेते ही पेंशन का अधिकारी बन जाता है और कर्मचारी 30 वर्ष की सेवा के बाद भी पेंशन से वंचित रहता है। यहां तक कि विधायक या सांसद एक से अधिक बार विधायक या सांसद बनने पर एक पेंशन की बजाय कई-कई पेंशन पाते हैं।