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सोना आयात तिगुना, दाम 3000 रुपए बढ़े, फिर भी त्योहारों में मांग 30% बढ़ेगी

सोना आयात तिगुना, दाम 3000 रुपए बढ़े, फिर भी त्योहारों में मांग 30% बढ़ेगी
 
gold rate

देश में सोने के दाम एक महीने में 4.2% (2,985 रु./ग्राम) बढ़कर 74,093 रु./दस ग्राम हो गया। बजट में आयात शुल्क घटने के बाद दाम जितना घटा था, उससे ज्यादा बढ़ चुका है। बावजूद इसके जानकारों का मानना है कि त्योहारी सीजन में सोने की मांग रिकॉर्ड बनाएगी। आयात शुल्क घटने से विदेश से सोना मंगाना आसान हो गया। यह देश के सभी ज्वेलर्स के पास पहुंच रहा है। एक अनुमान के अनुसार इस बार त्योहारी सीजन में सोने की मांग 30% से ज्यादा बढ़ेगी। आम बजट में सोने पर आयात शुल्क घटने के बाद अगस्त में भारत का सोने का आयात तीन गुना से ज्यादा बढ़ा है।

वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, अगस्त में मासिक आधार पर आयात 10.06 अरब डॉलर (84,453.7 करोड़ रु.) रहा, जो जुलाई में 3.13 अरब डॉलर (26,276.35 करोड़ रु.) था। इस तेजी की बड़ी वजह त्योहारी सीजन है। इसमें भारी मांग निकलने की उम्मीद है। सोने पर आयात शुल्क 15% था, जो बजट में 6% कर दिया गया।

जानकारों के अनुसार वैश्विक बाजार में दाम घटने से अनुमान लगाया जा रहा है कि त्योहार के दौरान सोने की मांग ऊंची रहेगी। वजह यह है कि अब ज्यादातर सोना वैध रास्तों से भारत आएगा। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन विपुल शाह का कहना है, 'आयात शुल्क घटने से विदेशों से सोने की आमद बढ़ गई है।

गोल्ड ईटीएफ की डिमांड बढ़ी... साढ़े चार साल का किसी एक माह में सबसे बड़ा निवेश • सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में भी निवेश बढ़ रहा है। देश में ईटीएफ गोल्ड में नेट इनफ्लो जुलाई में जून से 80% बढ़कर 13.400 करोड़ रु. पहुंच गया। इस माह कुल निवेश 14,600 करोड़ रु. रहा, लेकिन 1200 करोड़ रु. - की निकासी हुई। ईटीएफ में फरवरी 2020 के बाद साढ़े चार साल का यह किसी एक माह में सबसे बड़ा निवेश है। आरबीआई के मुताबिक सोने में निवेश का ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा। अगस्त तक आरबीआई ने 8.2 टन सोना खरीदा और पूरे साल की बैंक की खरीद 44.3 टन हो गई। यह दो साल में सर्वाधिक है। आरबीआई के पास कुल सोना 849 टन हो चुका है।


दिसंबर तक 42 लाख शादियां बढ़ाएंगी डिमांड

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, नवंबर-दिसंबर में 42 लाख शादियां होने वाली हैं। इसमें करीब 5.5 लाख करोड़ रु. खर्च होंगे। ज्वेलरी उन तीन प्रमुख सेक्टर में शामिल है, जिसे इस खर्च का बड़ा हिस्सा मिलेगा।

ज्वेलरी के साथ सिक्के-छड़ भी डिमांड में

अमेरिकी फेड ने ब्याज दरों में 0.5% की अप्रत्याशित कटौती से डॉलर कमजोर हुआ है। ऐसे में सोने समेत दूसरी असेट क्लॉस अचानक चमक गई हैं। नवरात्र के बाद त्योहारी सीजन पूरे रंग में आने वाला है। ऐसे में सोने की खासी डिमांड बनती दिख रही है। लोग ज्वेलरी के साथ सोने के सिक्के और छड़ खरीदना चाहते हैं। देश में त्योहारी और शादी के सीजन में सोने की मांग पिछले साल से 30% तक ज्यादा निकल सकती है। देश के शेयर बाजारों से भी निवेशक कुछ पैसा निकालकर सोने में खरीद कर रहे हैं, ताकि बाजार में करेक्शन आने पर वे निवेश का हिस्सा सोने के रूप में सुरक्षित कर सकें। अनुज गुप्ता, हेड (कमोडिटीज एंड करंसी), एचडीएफसी सिक्योरिटीज