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सोना पहली बार 76 हजार पार... इस साल 23% तक चढ़ा, ये तेजी जारी रहेगी

सोना पहली बार 76 हजार पार... इस साल 23% तक चढ़ा, ये तेजी जारी रहेगी
 
gold crosses 76 thousand

देश के ज्वेलरी बाजार में सोना पहली बार 76 हजार सर प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया। बेशक कारोबार खत्म होने के समय यह 76 हजार से नीचे बंद हुआ, लेकिन सोने में तेजी लगातार जारी है। आम बजट में सोने पर आयात शुल्क १% घटाए जाने के बाद भारी डिमांड निकली है। नतीजतन सोना 3.75% चढ़ गया है। मुंबई में शुक्रवार को 24 कैरेट सोना 75,964 रु./10 ग्राम रहा, जो 22 जुलाई को 73,218 रु./10 ग्राम था।

घरेलू डिमांड के साथ इजराइल हमास संघर्ष की सोने के दामों में बढ़ोतरी में अहम भूमिका रही। सोना इस साल के निचले स्तर 61,508 से 23.58% तक चढ़ चुका है। वल्डं गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) का मनाना है कि इस बार भारत में 100 टन ज्यादा सोना आएगा। इसकी बड़ी वजह आयात शुल्क घटने के बाद बढ़ी मांग है। आयात शुल्क घटने के बाद एक माह में ही देश में होने वाला सोने का मासिक आयात तिगुना हो गया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इजराइल की ईरान पर जवाबी कार्रवाई से सोने के दामों में अप्रत्याशित तेजी आ सकती है। डॉलर इंडेक्स कमजोर होने से भी सोने को मजबूती मिल रही है। ज्वेलर्स का मानना है कि त्योहारों के तत्काल बाद शादी का व्यस्त दौर शुरू होने वाला है। इसलिए ज्वेलर्स उसी को ध्यान में रखकर अपना स्टॉक बढ़ा रहे हैं।

इजराइल-हिजबुल्लाह

संघर्ष मध्य-पूर्व में लड़ाई छिड़ने से निवेशकों का शेयर बाजार पर भरोसा घटा। वे निवेश के सुरक्षित विकल्प माने जाने वाले सोने की ओर रुख कर रहे हैं। सोने में तेजी का सबसे बड़ा कारण यही है।

अमेरिकी फेडः अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में अप्रत्याशित तरीके से 0.5% की कटौती की। इससे डॉलर कमजोर हुआ। इससे सोने को मजबूती मिली। फेड आगे भी ब्याज दरों में कटौती का मन बना चुका है। इससे डॉलर और कमजोर होगा। निवेशक सोने में ज्यादा से ज्यादा निवेश कर रहे हैं

आयात शुल्कः केंद्र सरकार ने 23 जुलाई में पेश आम बजट में सोने पर आयात शुल्क 6% घटाया। इससे सोने का आयात देश में तिगुना हो गया। अगस्त में कुल 10 अरब डॉलर का सोना देश में आया। इससे एक महीने पहले जुलाई में महज 3 अरब डॉलर का ही सोना देश में आया था।

 फेस्टिव डिमांडः देश में इस बार फेस्टिव सीजन और इसके बाद शादियों के सीजन में गोल्ड की डिमांड 30% तक ज्यादा रहने का अनुमान जताया गया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का मानना है कि इस साल भारत में 100 टन ज्यादा सोने का आयात होने की संभावना बन रही है। यानी इस साल देश में कुल 850 टन सोना आएगा। पिछले साल यह आंकड़ा 750 टन तक ही पहुंचा था।

आगे क्या... सोना इस माह के अंत तक यानी दिवाली से पहले 2700 डॉलर प्रति आउंस यानी भारतीय रुपयों में 76,700 रुपए तक जा सकता है। 31 मार्च 2025 से पहले यह 78,110 रु./10 ग्राम तक चढ़ सकता है।


अशांति के दौर में उछाल मारता है सोना

- 2001: अमेरिका के वर्ल्ड

ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले के बाद सोने की कीमतें 15.50 डॉलर बढ़कर 287 डॉलर प्रति आउंस हो गई। 5.7% की तेजी।

2003: अमेरिका का इराक

-पर हमला। सोना 45 डॉलर बढ़कर 415 डॉलर प्रति आउंस चला गया। यह छह साल का सर्वोच्च स्तर था। कुल बढ़त 12.16% रही।

2008-11: अमेरिकी

वित्तीय बाजार के संकट के दौरान सोना 700 डॉलर प्रति आउंस बढ़कर 1,900 डॉलर हो गया। 58.33% की तेजी।

2023-24: हमास

लड़ाकों के इजराइल पर हमले और उसके बाद इजराइल की फिलीस्तीन पर चढ़ाई के बाद से अब तक सोना 17% चढ़ चुका है। मौजूदा समय में दुनिया के बाजार में गोल्ड 2662 डॉलर । प्रति आउंस चल रहा है।


इधर... आरबीआई सोना खरीदने में तुर्किए के बाद दूसरे नंबर पर

डब्ल्यूजीसी के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक अगस्त तक 45 टन सोना खरीद चुका है। दुनिया में तुर्की के बाद वह दूसरे नंबर पर है। दुनियाभर के उभरते बाजारों की केंद्रीय बैंकों ने सोना खरीदने से ज्यादा बेचने में रुचि दिखाई। खरीद-बिक्री के आंकड़ों को मिलाकर देखें तो उभरते बाजारों में कुल 2 टन की ही शुद्ध खरीद हुई।